खेतड़ी : महिलाओं को सुरक्षा और अधिकारों की जानकारी:10 दिसंबर तक होगा आयोजन, जागरूकता फैलाने का होगा काम

खेतड़ी : केसीसी प्रशासन सभागार परिसर में शुक्रवार को महिलाओं के विरुद्ध हिंसा के उन्मूलन के लिए अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केसीसी कार्यपालक निदेशक श्रीकुमार थे। इस दौरान उन्होंने महिला अधिकारिता और उनके अधिकारों की जानकारी देते हुए भेदभाव खत्म कर जागरूकता फैलाने के प्रयास करने की अपील की।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रीकुमार ने कहा कि कहा कि 25 नवंबर से 10 दिसंबर तक महिलाओं के विरुद्ध सभी प्रकार की हिंसा और भेदभाव को खत्म करने के बारे में जागरुकता पैदा करने के लिए कार्यक्रम चलाया जाता है। जिससे कि महिलाओं की संरक्षा,सुरक्षा और समग्र अधिकारिता सुनिश्चित की जा सके। वहीं यह भी सुनिश्चित किया जा सके कि महिलाओं और लड़कियों के मूलभूत मानवाधिकारों का सभी द्वारा सम्मान किया जाए। उन्होंने कहा कि आज किसी भी क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों से कम नहीं है और उनके बराबर कार्यक्षेत्र में अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रही हैं।

आज के समय में भारतीय सेना में भी महिलाएं अधिकारी व एक सैनिक के रूप में अपनी सेवाएं देकर महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही हैं। महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए और अन्य महिलाओं को भी आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए। सरकार ने विभिन्न कार्यस्थलों पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न रोकथाम और निवारण अधिनियम लागू किया गया था। प्रत्येक महिला को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहना चाहिए। वहीं महिलाओं को कार्यस्थल पर यौन उत्पीडन से बचने के लिए स्वयं को जागरूक होने की बात कही।

इस दौरान डॉ. दीपिका खुराना ने कहा कि महिला उत्पीड़न का मुद्दा अभी भी कार्यस्थलों,मेट्रो स्टेशनों,शैक्षणिक संस्थानों अन्य सार्वजनिक स्थानों पर व्याप्त है और यौन शोषण और उत्पीड़न को रोकने के लिए कानून के नियमों की जानकारी दी। इस मौके पर अश्विन गुरावरिया, डॉ रेखा चौहान, ऋचा भटनागर, सुधा इंदोरिया, विनोद कंवर, पार्वती देवी, मुन्नालाल जैदिया सहित अनेक लोग मौजूद थे।

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