सिंघाना : सिंघाना के रेलवे लाइनों के पास जमीन की सीमा ज्ञान करने आई सेटलमेंट व प्रशासनिक टीम को शुक्रवार को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। इस दौरान ग्रामीणों ने प्रशासन पर फर्जी रजिस्ट्री बनाने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीण रविंद्र,बनवारीलाल,राकेश यादव ने बताया कि मोई सदा पंचायत के वार्ड नंबर 7 में रहने वाले लोगों के रेलवे लाइनों के पास मकान बने हुए हैं। वह पिछले करीब 25-30 साल से आवासीय मकान बनाकर रह रहे हैं। मकान बनाने के लिए उन्होंने पूर्व में जमीन की खरीद की थी और बिजली-पानी के कनेक्शन भी लगे हुए हैं। जमीन का साल 2013 में आवासीय में कन्वर्जन भी करवाया गया था,लेकिन भूमाफिया प्रशासन से मिली भगत कर आए दिन उनको जमीन नपती का नाम लेकर परेशान किया जा रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि जमीन की समस्या को लेकर जिला कलेक्टर से मिलकर समस्या से अवगत करवा चुके हैं और जल्द समस्या का समाधान करने की गुहार लगा चुके हैं,लेकिन प्रशासन ग्रामीणों की मदद करने की बजाए भूमाफियाओं का साथ देते हुए उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि भूमाफियाओं ने इस जगह का कृषि भूमि की रजिस्ट्री करवा रखी है,लेकिन यह भूमि कृषि में नहीं है। पिछले काफी समय से मकान बनाकर लोग रह रहे हैं।
मामले को लेकर नायब तहसीलदार मुकेश सिहाग ने बताया कि मोई सदा ग्राम पंचायत के वार्ड नंबर सात रेलवे क्रॉसिंग के पास स्थित विवादित जमीन खसरा नंबर 729/ 683 की नपती सीमा ज्ञान आदि के आदेश जिला कलेक्टर से मिले थे। आदेश के अनुसार टीम ने मौके पर पहुंचकर सीमा ज्ञान कर निशान चिन्हित कर दिए गए हैं। टीम अपनी रिपोर्ट बनाकर जिला कलेक्टर को जल्द प्रस्तुत कर देगी। सीमाज्ञान दौरान ग्रामीणों ने विरोध जताया था लेकिन पुलिस व प्रशासन की टीम ने उन्हें समझाइश कर सीमा ज्ञान की कार्रवाई को पूरा किया। इस मौके पर भूप्रबंध विभाग के राजकुमार, चंद्रशेखर, पटवारी संदीप कड़वासरा, गिरदावर अनिल कुमार, पटवारी लीलाधर, ओमप्रकाश, जोगेंद्र, पचेरीकलां थानाधिकारी बनवारीलाल यादव, एएसआई धूडसिंह मय जाब्ते के मौके पर मौजूद थे।