कोटा : कोटा में परिवार को लूटने वाले बाबा और उसके भांजे को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी कभी खुद को नाथ संप्रदाय का बताता है तो कभी किसी अन्य संप्रदाय का। यह फर्जी बाबा अलग-अलग शहरों में घूमकर लूट की वारदात को अंजाम देता था। ये बाबा लोगों को जादू-टोना दिखाकर लूटने में माहिर था।
पुलिस ने आरोपी बाबा नवाब नाथ (35) को उसके ससुराल पलवल (हरियाणा) से गिरफ्तार किया है। मूलरूप से यह यूपी के गौतमबुद्ध नगर का रहने वाला है। पुलिस को शुरुआती जांच में पता चला कि आरोपी लग्जरी लाइफ जीने का शौकीन है और लोगों को लूटने के बाद हुलिया बदल कर जींस-टीशर्ट पहनकर घूमता है। उसके पास SUV भी है। लूट के बाद इसी गाड़ी से वह फरार हो जाता है। नवाब नाथ ने अपने भांजे संजीव (28) को ड्राइवर रखा है। पुलिस ने खुलासा किया कि बाबा मटन और चिकन खाने का भी शौकीन है।
नवाब नाथ ने कोटा के कुन्हाड़ी इलाके में रहने वाले हरिओम मीणा के घर से नौ तोला से ज्यादा के गहने चुराए थे। हाथ की सफाई में माहिर नवाब ने हरिओम मीणा के परिवार को उनके बेटे के इलाज के नाम पर ठगा था।
पुलिस पकड़ने पहु़ंची तो ससुराल में बैठा था बाबा
पुलिस ने हरिओम की निशानदेही पर आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया। इस दौरान पुलिस को एक संदिग्ध एसयूवी की मौजूदगी पर शक हुआ। यह एसयूवी हरिओम के घर के पास और आस-पास के इलाकों में खड़ी नजर आ रही थी।
इसके बाद पुलिस ने इस एसयूवी पर फोकस करना शुरू किया। सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और नंबरों के आधार पर गाड़ी की जानकारी जुटाई गई। इस दौरान पता चला कि यह गाड़ी फर्जी बाबा की ही है। इसके बाद जिस रूट से गाड़ी निकली वहां के सीसीटीवी चेक करने के दौरान नवाब के बारे में जानकारी मिली। पुलिस ने जब फर्जी बाबा के घर (गौतमबुद्ध नगर) दबिश दी तो वहां से उसके अपने ससुराल, पलवल (हरियाणा) में होने की सूचना मिली।
परिवार ने पुलिस पर किया हमला
आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाने के बाद पुलिस की टीम शुक्रवार को पलवल (हरियाणा) के गांव बाता पहुंची। यहां नवाब नाथ के ससुराल में दबिश देकर उसे और उसके भांजे को पकड़ लिया। इस दौरान आरोपियों के रिश्तेदारों ने पुलिस का विरोध किया। आरोपियों को छुड़ाने की कोशिश की और पुलिस गाड़ी पर हमला किया। लेकिन, हरियाणा पुलिस के सहयोग से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस उपाधीक्षक शंकर सिंह ने बताया- नवाब शातिर बदमाश है। वह खुद को कभी नाथ संप्रदाय से बताता है तो कभी किसी दूसरे संप्रदाय का बताता है। नवाब अलग-अलग राज्यों के शहरों में घूमता और वारदात के लिए शिकार को तलाशता था। इसके बाद बातों में फंसाता और व्यक्ति के घर में परेशानी की बात कहकर उसके घर तक पहुंचता था। यह बाबा हाथ की सफाई और जादू-टोना दिखाकर लोगों को झांसे में लेता है और वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाता।
जींस-टीशर्ट में शिकार खोजता और फिर बाबा के गेटअप में आता
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी ज्यादातर अपने ससुराल पलवल में ही रहता था। यह लोगों को लूटने के बाद जींस-टीशर्ट पहन कर घूमता था। अपनी लग्जरी एसयूवी में ही अलग-अलग शहरों में जाता और बडे़ होटलों में रूकता था। यहां शिकार की पहचान करने के बाद दूसरे दिन वो बाबा वाले गेटअप में आता था।
कहता- ‘बाजार की नहीं घर की चाय पिलाओ’
आरोपी साधु-संतों वाले कपडे़ पहनकर ऐसी जगह खड़ा होता जहां लोगों की आवाजाही ज्यादा हो। इस दौरान आते-जाते लोगों पर नजर रखता। उन्हें हाथ देकर रूकवाता। उसे चाय पिलाने के लिए कहता। इस दौरान बात करते ही वह सामने वाले की स्थिति को भांप लेता। अगर लगता कि यह व्यक्ति झांसे में आ जाएगा तो उसे कहता कि वह बाजार की चाय नहीं पीता। धर्म के रास्ते पर है। इसलिए सिर्फ घर में ही बनी चाय पीता है।
हर किसी को कहता घर में परेशानी है
नवाब नाथ ने शुरुआती पूछताछ में बताया- वह चाय पीने के बहाने लोगों के घर पहुंचता था। हर व्यक्ति सोचता है कि बाबा सिर्फ चाय के लिए ही कह रहा है। अक्सर कोई परेशान होता है तो उसका झुकाव धर्म की तरफ कुछ ज्यादा होता है। ऐसे में लोग उस पर विश्वास कर उसे अपने घर ले जाते। वो उनके घर पर एंट्री करते ही कहता- आपके घर में तो बहुत परेशानी चल रही है।
आमतौर पर हर व्यक्ति किसी न किसी परेशानी में होता ही है। उसका यही तुक्का निशाने पर लगता और लोग उसके झांसे में आ जाते।
इसके बाद वह बातों ही बातों में परिवार के बारे में जानकारी जुटा लेता और परेशानी दूर करने के नाम पर रुपए या गहने लाकर रखने को कहता। इसके बाद झांसा देकर हाथ की सफाई दिखाता और परिवार को लूट लेता।
एसपी शरद चौधरी ने बताया कि आरोपी बाबा सम्मोहन क्रिया या जादू टोना जानता है या नहीं इस बारे में जानकारी ले रहे हैं। फिलहाल हाथ की सफाई की बात सामने आई है। हो सकता है कि यह लोगों को सम्मोहित भी कर लेता हो, जिससे लोग इसकी बातों में आ जाते हैं।
बाबा झांसे में लेता, भांजा नजर रखता
बाबा हर वारदात को अंजाम देने से पहले अपना प्लान तैयार रखता था। नवाब जहां भी खड़ा होकर शिकार तलाशता, उसका भांजा एसयूवी लेकर उससे कुछ ही दूरी पर मौजूद रहता। जैसे ही कोई व्यक्ति फंसता और नवाब को घर लेकर जाता, वह पीछे-पीछे कार लेकर जाता और घर से कुछ दूर इंतजार करता। इस दौरान इनका प्लान रहता कि अगर वारदात को अंजाम देकर आराम से नवाब घर से निकल गया तो कार में बैठकर तुरंत शहर छोड़कर चले जाएंगे।
वहीं अगर गड़बड़ हुई तो दूसरा बचाने के लिए वहां पहुंच जाएगा। कुन्हाड़ी में भी वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों कार में सवार हुए और इसके बाद वह मध्य प्रदेश की तरफ निकल गए। इस दौरान नवाब ने कार में ही अपने कपडे़ बदले।
अय्याशी का शौकीन
पुलिस ने बताया- नवाब और उसका भांजा दोनों अय्याश किस्म के हैं। चोरी किए गए रुपयों से मौज-मस्ती करते थे। नवाब चिकन-मटन खाने का शौकीन है और हर वारदात के बाद नॉनवेज जरूर खाता था। वो जिस भी शहर में जाते वहां होटल में कमरा लेकर रूकते। जमकर पार्टी करते। चोरी किए गहनों को दूसरे शहरों में जाकर एक-एक कर बेच देते। पकड़े जाने के डर से एक साथ कहीं भी सामान नहीं बेचते थे।
कोटा से निकलकर एमपी में लूटा, कर चुका 16 से ज्यादा वारदातें
आरोपियों ने कोटा में लाखों के गहने चुराने के बाद मध्य प्रदेश के शिवपुरी में भी ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। इसके बाद राजखेडा में भी एक वारदात को अंजाम दिया। फिर कार से दोनों पलवल गए। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली, पलवल, अमरोहा, गुड़गांव, दिल्ली, मुरैना, बुलन्दशहर, जट्टारी (अलीगढ़), बहादुरगढ़, झज्जर, सोनीपत, बदायूं और नोएडा में ऐसी ही वारदात करना कबूल किया है। जिन-जिन इलाकों के नाम आरोपियों ने बताए हैं, वहां के संबंधित थानों से रिपोर्ट मंगवाई जा रही है।