जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं : अग्रसेन सर्किल स्थित राजेंद्र भांबू के आवास पर थायराइड नामक रोग को क्योर करने के लिए एलोपैथ, आयुर्वेद, योग एवम् प्राकृतिक चिकित्सा का विशेष शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में थायराइड रोग विशेषज्ञ डॉ कमलचंद सैनी ने थायराइड रोग के लक्षण बताते हुए उसके दुष्प्रभावों के बारे में बताया। आयुर्वेद के वैद्य बी. एल. सावन ने बताया कि थायराइड रोग को आयुर्वेद की औषधियों एवम् घरेलू उपायों से नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने धनिया के उपयोग को लाभकारी बताया।
कार्यक्रम का संचालन उद्घोषक मूलचंद झाझड़िया द्वारा किया गया । इस अवसर पर थायराइड रोग से पीड़ित लोगों के अलावा झुंझुनू व आसपास के गांवों के लोग उपस्थित थे ।
डॉ संत कुमार जांगिड़ (MD ENT) पूर्व ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवम् स्वास्थ्य अधिकारी चिड़ावा ने थायराइड के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने थायराइड ग्रंथि से निकलने वाले हार्मोन के बारे में बताया कि इससे T3, T4 नामक हार्मोन का निर्माण होता है। यह हार्मोन शरीर में होने वाली बेसिक मेटाबॉलिज्म रेट को नियंत्रित करता है। यह ग्रंथि शरीर में जनरेटर की तरह कार्य करती है। यदि यह ग्रंथि सही से काम न करे तो व्यक्ति कई प्रकार से रोगी बन जाता है।
इसी क्रम में योगाचार्य मनोज सैनी ने उपस्थित रोगियों को थायराइड के लिए गर्दन का सूक्ष्म व्यायाम, सेतुबंधासन, विपरीत करणी, हलासन, सर्वांगासन, सिंहासन, उज्जाई प्राणायाम, भ्रामरी, उदगीत का अभ्यास करवाया तथा मिट्टी, हल्दी, सेंधा नमक को मिक्स करके उसका थायराइड ग्रंथि पर पैक लगाया।
इस अवसर पर भाजपा नेता राजेंद्र भाम्बू ने अपने संबोधन में बीमारी की गंभीरता का जिक्र करते हुए इसके प्रति जागरूकता व उपचार करने का आग्रह किया। भाम्बू ने उपस्थित अतिथियों का आभार प्रकट करते हुए शॉल व प्रतीक चिन्ह देकर उनका सम्मान किया ।