जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं-चिड़ावा : शहर की कॉलेज रोड के पास पोद्दार पार्क स्थित सनातन आश्रम में चल रही श्रीमद्भागवत कथा पंचदशह पारायण महोत्सव के सातवें दिन कृष्ण जन्म की कथा का कथाव्यास वाणी भूषण पंडित प्रभुशरण तिवाड़ी ने विस्तार से वर्णन किया। तिवाड़ी ने कहा कि संसार में काम, मद, मोह, लोभ और मत्सर ये राक्षस है। इनका नाश करने पर ही सद्कर्म रूपी कृष्ण का जन्म होगा। ईश्वर ने संसार में पापियों के नाश के लिए अवतार लिया। कृष्ण रूप में भगवान ने संसार को योग का संदेश भी दिया और वे योगेश्वर भी कहलाए। कथा के प्रारंभ में मुख्य यजमान कस्तूरचंद गुप्ता फतेहपुरिया, सुलोचना गुप्ता,मधुर गुप्ता, रिद्धिमा गुप्ता, अभय गुप्ता ने विद्वान आचार्यों के द्वारा वैदिक मंत्रोचारण के मध्य भागवत व व्यास पूजन किया। कथा के दौरान कृष्ण जन्म की झांकी सुरेश शेखावत के संयोजन में दिखाई गई। कथा के दौरान आयोजित हुए श्रीकृष्ण जन्म-नंदोत्सव कार्यक्रम में सभी जमकर झूमे। यजमान कस्तूरचंद गुप्ता ने बधाइयां बांटी।
इस मौके पर जवाहरलाल गुप्ता, राधेश्याम सेखसरिया, जगदीश सोनी, शम्भू दयाल पुजारी,ओमप्रकाश चौधरी, श्याम सुंदर जालान, जगदीश फतेहपुरिया, सुभाष पांडे, महेश मोदी,सुरेन्द्र पारीक, नरोत्तम मोदी, जनार्दन शर्मा, वासुदेव शर्मा,पवन शर्मा ढाणी वाला, राजेश सोनी, सुशील- कपिल फतेहपुरिया, घनश्याम चौधरी, जयसिंह नेहरा,राजीव-संजीव व्यास, यादव शर्मा, गोपाल महमिया, नवल फतेहपुरिया, राजेश सैनी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिला- पुरूष मौजूद रहे। कथा के दौरान पधारे संत आनंद गिरि महाराज का भागवत व्यास ने अभिनंदन किया।