झुंझुनूं-खेतड़ी : खेतड़ी को जिला बनाने की मांग को लेकर बुधवार को पेंशनर समाज के लोगों ने एसडीएम को ज्ञापन दिया है। इस दौरान ग्रामीणों ने सरकार पर अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए सरकार से आमजन की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए खेतड़ी को जिला घोषित करने की मांग की है।
खेतड़ी को जिला बनाने की मांग
एसडीएम जयसिंह चौधरी ने बताया कि खेतड़ी को जिला बनाने की मांग को लेकर जिला बनाओ संघर्ष समिति की ओर से पिछले 15 दिनों से एसडीएम कार्यालय के सामने धरना दिया जा रहा है। इसके अलावा ग्रामीणों की ओर से आक्रोश रैली का भी आयोजन किया जा चुका है। सरकार की ओर से नव गठित किए गए जिलों को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है तथा खेतड़ी को जिला बनाने को लेकर ग्रामीणों की ओर से लगातार आंदोलन की राह अपनानी पड़ रही है। खेतड़ी को जिला बनाने के लिए पंचायत समिति व नगर पालिका की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री व राम लुभाया कमेटी को भिजवाया जा चुका है। ऐसे में आमजन की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सरकार को खेतड़ी को जिला बनाने को लेकर उचित कदम उठाना चाहिए।
युवाओं की ओर से निकाला जाएगा मशाल जुलूस
खेतड़ी को जिला घोषित नहीं करने से क्षेत्र लगातार विकास की गति से पिछड़ रहा है। क्षेत्र के विकास को गति देने के लिए खेतड़ी को नवगठित जिलों की लिस्ट में शामिल करना चाहिए। खेतड़ी रियासत कालीन समय में जयपुर स्टेट के बाद दूसरी सबसे बड़ी रियासत हुआ करती थी, लेकिन राजनीतिक उदासीनता के चलते खेतड़ी को दरकिनार किया गया है। खेतड़ी को जिला नहीं बनाए जाने व नीमकाथाना जिले में शामिल करने से लोगों में आक्रोश पनप रहा है। सरकार की ओर से बनाए गए कोटपूतली, नीमकाथाना जिला खेतड़ी रियासत के अधीन हुआ करते थे। इसके अलावा खेतड़ी को जिला बनाने की मांग को लेकर संघर्ष समिति व युवाओं की ओर से मशाल जुलूस यात्रा भी निकाली जाएगी। इस दौरान सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर जिला बनाने की मांग की जाएगी।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर बाबूलाल, रामस्वरूप, विशंभर दयाल, मालीराम, मोहनसिंह, ब्रहमानंद, नरेश, रमेश कुमार, लीलाधर, हरीश, जयदयाल, सुखराम, मोहनसिंह, महावीर, माणकचंद आदि पेंशनर मौजूद थे।