झुंझुनूं-खेतड़ी(खेतड़ी नगर) : खेतड़ी के केसीसी प्रोजेक्ट के सभागार भवन में बुधवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केसीसी कार्यपालक निदेशक श्रीकुमार, विशिष्ट अतिथि डॉ. रेखा चौहान, प्ररेणा सज्वाण, आरएस सज्वाण, विपिन शर्मा थे, जबकि अध्यक्षता महिला समाज अध्यक्ष सुमा नायर ने की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्रीकुमार ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस एक मजदूर आंदोलन से उपजा है। इसका बीजारोपण साल 1908 में हुआ था, जब 15 हजार औरतों ने न्यूयॉर्क शहर में नौकरी में कम घंटों की मांग, बेहतर वेतन और मतदान करने का अधिकार देने की मांग की थी।
1975 में महिला दिवस को आधिकारिक मान्यता उस वक्त दी गई थी। जब संयुक्त राष्ट्र ने इसे वार्षिक तौर पर एक थीम के साथ मनाना शुरू किया। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पहली थीम थी ‘सेलिब्रेटिंग द पास्ट, प्लानिंग फॉर द फ्यूचर था। उन्होंने कहा कि समाज के विकास में महिला शक्ति का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है। वर्तमान समय में महिलाएं पुरुषों के बराबर कंधे से कंधा मिलाकर हर क्षेत्र में बेहतर अपने कौशल का प्रदर्शन कर रही हैं। पहले के जमाने में शिक्षा का अभाव होने के कारण महिलाएं आगे नहीं बढ़ पाती थी, लेकिन अब नारी शिक्षित होने के साथ सामाजिक धारणा को भी बदल रही है। महिलाएं आज भारतीय सेना व अन्य विभिन्न संस्थानों में अपनी दक्षता का बेहतर परिचय दे रही हैं। वही समाज सुधार में भी सावित्रीबाई फुले जैसी नारी शक्ति ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
डॉ. दीपिका खुराना ने कार्यक्रम की रूप रेखा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि अतंरराष्ट्रीय महिला दिवस हिस्सेदारी का आलिंगन विषय पर मनाया गया। कार्यक्रम के दौरान महिला समाज अध्यक्ष सुमा नायर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस दौरान विभिन्न क्वीज प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। जिसमें मणी देवी, संतोष देवी, डॉ. अंजली सैनी, डॉ. रेखा चौहान, मोनिका शेखावत विजेता रही, जिनको निर्णायक मंडल की ओर से पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर रीटा भट्ट, सरीता बॉयल, प्रियंका पारीक, प्रभा शर्मा, रीतू श्रीदत्ता, किरण सिंह, पार्वती देवी, मुन्नालाल जैदिया, मनोज लमोरिया, सुभे लमोरिया, ओमप्रकाश सहित अनेक लोग मौजूद थे।