झुंझुनूं : इंटरनेट और सोशल मीडिया ठगी का आज एक बड़ा जरिया बना गया है। आए दिन कोई न कोई ठगी का शिकार हो रहा है। साइबर ठग सोशल मीडिया को अपराध का अड्डा बना चुके हैं। इस धंधे के जरिए मोटा पैसा कमा रहे हैं। इसका मुख्य कारण युवाओं से लेकर बुजुर्गों में स्मार्ट फोन के कारण सोशल मीडिया की लत को माना जा रहा है।
इसी को जालसाजी करने वाले गिरोहों ने अब अपने ठगी के धंधे का बड़ा जरिया बना लिया है। यही वजह है कि बैंक खाते, वॉट्सऐप, फेसबुक आईडी हैक करके ऑनलाइन ठगी के साथ ही सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो बनाकर ठगी के मामले भी सामने आ रहे हैं।
सोशल मीडिया पर व्यस्त आज हर कोई सोशल मीडिया पर व्यस्त है। ऐसे में जालसाज सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी से अकाउंट बनाकर लोगों की कमजोरी का फायदा उठा रहे हैं। यही वजह है कि आज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म धोखा और ब्लैकमेलिंग का जरिया बने हुए हैं।
मामले आ रहे सामने
फेसबुक सहित अन्य सोशल मीडिया पर फर्जी नाम व आईडी से अकाउंट बनाकर युवतियों को प्रेमजाल में फंसा कर धोखा देने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। वही युवक भी इसके शिकार हो रहे है। इसमें जालसाज पहले युवती के नाम से सोशल मीडिया पर दोस्ती का पैगाम भेजते हैं। इसके बाद वॉट्सऐप नंबर लेकर शुरू में रोमांटिक बातें कर अपने जाल में फंसाते हैं। बाद में न्यूड वीडियो कॉल की रिकॉर्डिंग कर ब्लैकमेल कर मोटा रुपया ऐंठते हैं। पैसा नहीं देने पर ठग पीड़ित के परिजन, दोस्त व रिश्तेदारों को अश्लील वीडियो चैट की रिकॉर्डिंग भेज कर बदनाम कर देते हैं। ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं।
लाज-लज्जा के कारण झिझक रहे हैं
सोशल मीडिया पर धोखे का शिकार हुई महिलाएं एवं सेक्सटॉर्शन के अधिकांश मामलों में पीड़ित अपनी आपबीती को लेकर लाज लज्जा के कारण पुलिस के पास जाने में भी झिझकते हैं। इसका कारण है कि जिस तरह से यह अश्लील वीडियो रिकॉर्डिंग बनाई जाती है। वह शर्मसार करने वाली होती है। इससे अधिकतर मामले पुलिस तक नहीं पहुंचने से जालसाजों के हौसले बुलंद हो जाते हैं।
जागरूक होने की जरूरत
SP मृदुल कच्छावा ने बताया कि साइबर ठगी के मामले तेजी से सामने आ रहे है। साइबर ठगी व धोखे से बचने के लिए जागरूक रहने की जरूरत है। ओटीपी शेयर नहीं करे। फेसबुक आदि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपना डीपी नहीं लगाएं ताकि कोई इसका दुरुपयोग नहीं कर सके।
इसके साथ ही अपरिचित व्यक्तियों के वीडियो व वाइस कॉल रिसीव नहीं करें। यदि कोई ब्लैकमेल करने की कोशिश करे तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें।