जयपुर : राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को मंत्री ममता भूपेश और उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के बीच जमकर नोक-झोंक हुई। राजेंद्र राठौड़ ने ममता भूपेश की आस्था पर सवाल उठा दिए। इसके जवाब में मंत्री ने जयश्री राम के नारे लगाए। वहीं, उप नेता प्रतिपक्ष और राजस्व मंत्री ने हनुमान चालीसा पढ़ी।
पहले ममता भूपेश ने ही उकसाया
दरअसल, महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने राजेंद्र राठौड़ से सांवलियाजी और नाथद्वारा मंदिर के दोनों बिलों पर बोलने के लिए उकसाया। साथ में कहा कि आप जैसे विद्वान व्यक्ति से ही उम्मीद कर सकते हैं कि कम से कम इस पर तो बोलिए। आप तो इस बात को भूल ही गए।
राठौड़ ने इसका जवाब देते हुए कहा कि मैं सांवलिया सेठ के दर्शन के लिए जाता हूं। नाथद्वारा भी जाता हूं। मैं आपकी तरह नास्तिक नहीं हूं।
नास्तिक शब्द कार्यवाही से कराया डिलीट
यह सुनते ही मंत्री का पारा चढ़ गया। उन्होंने कहा कि इसे डिलीट किया जाना चाहिए। मुझे किस आधार पर नास्तिक बोला। मैं मेहंदीपुर बालाजी का तिलक माथे पर लगाकर आई हूं। मुझे नास्तिक कैसे बोला। मैं इनके जैसे दिखावे वाली आस्तिक नहीं हूं। बाद में सभापति ने सदन की कार्यवाही से इस शब्द को हटाने के लिए कहा।
राजेंद्र राठौड़ ने नास्तिक कहने पर ममता भूपेश से माफी मांगी। कहा कि ये हनुमान चालीसा पढ़कर सुना दें, मैं मान जाऊंगा। राजेंद्र राठौड़ ने हनुमान चालीसा की कुछ लाइनें भी पढ़ीं। वहीं राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने भी हनुमान चालीसा पढ़ी।