भरतपुर : गौ-तस्करी के शक में दो युवकों को जिंदा जलाया:परिवार बोला- नहीं करेंगे अंतिम संस्कार; मंत्री का दावा- एक आरोपी गिरफ्तार

भरतपुर : गौ-तस्करी के शक में राजस्थान के दो युवकों को जलाने का मामला अब गर्माता जा रहा है। हरियाणा के रेवाड़ी में जलाए गए युवकों को लेकर आज भरतपुर में समाज की पंचायत हुई। इसमें भरतपुर के कई गांवों के लोगों के साथ राजस्थान सरकार में राज्यमंत्री जाहिदा खान भी पहुंचीं।

मंत्री की मौजूदगी में परिवार और समाज में मुआवजे की राशि और अंतिम संस्कार को लेकर सहमति बन गई थी, लेकिन मंत्री के लौटते ही परिवार ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। परिवार का कहना है कि सरकार 20-20 लाख रुपए दे रही है जो काफी कम है।

इससे पहले तीन घंटे तक समाज की मीटिंग हुई। इसके बाद मंत्री जाहिदा ने दावा किया कि पुलिस ने एक आरोपी का गिरफ्तार कर लिया है। भरतपुर जिले की गोपालगढ़ पुलिस का कहना है कि एक आरोपी रिंकू सैनी को राउंडअप किया गया है। गोपालगढ़ थाने में बुधवार को मारपीट और किडनैपिंग का नामजद मामला दर्ज कराया गया था। अब इसमें मर्डर की धारा जोड़ी गई है।

परिवार का रो-रोकर बुरा हाल

शुक्रवार सुबह हुई पंचायत में तय हुआ था कि मृतकों परिवारों को 20-20 लाख रुपए की मुआवजा राशि दी जाएगी। मंत्री ने कहा था कि आज ही दोनों युवकों का अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा, लेकिन अब परिवार की मांग है कि मुआवजा राशि 51-51 लाख की जाए और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी के साथ आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी हो।

वहीं, गुरुवार रात जब दोनों युवकों के शव घाटमीका (भरतपुर) गांव पहुंचे तो कोहराम मच गया। परिवार का आरोप है कि आरोप है कि बुधवार सुबह हरियाणा पुलिस पुलिस ने जुनैद (35) और नासिर (28) की बोलेरो को टक्कर मारकर पकड़ा था।

इसके बाद अधमरी हालत में उन्हें बजरंग दल के लोगों को सौंप दिया। इन्होंने गो-तस्करी के शक में दोनों को बोलेरो समेत जिंदा जला दिया। भिवानी के लोहारू गांव के नजदीक बुधवार रात को इनकी बॉडी मिली।

नासिर (बाएं) और जुनैद ड्राइवरी का काम करते थे। दोनों परिवार में अकेले कमाने वाले थे।
नासिर (बाएं) और जुनैद ड्राइवरी का काम करते थे। दोनों परिवार में अकेले कमाने वाले थे।

गांव में तनाव का माहौल है और तीन थानों की पुलिस को अलर्ट किया गया है। परिवार का दावा है कि घटना के वक्त फिरोजपुर-झिरका की क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (CIA) की टीम मौजूद थी। दोनों को पहले बुरी तरह पीटा गया।

इसके बाद ये लोग जुनैद और नासिर को पुलिस स्टेशन ले गए। लेकिन पुलिस ने हालत देखकर हिरासत में लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद बोलेरो समेत जिंदा जलने की खबर आई।’

समाज की पंचायत में आसपास के गांवों से भी लोग पहुंचे थे। यहां पहुंची राज्यमंत्री जाहिदा खान ने सरकार की ओर से अपनी बात रखी।
समाज की पंचायत में आसपास के गांवों से भी लोग पहुंचे थे। यहां पहुंची राज्यमंत्री जाहिदा खान ने सरकार की ओर से अपनी बात रखी।

वहीं, एक दावा यह भी किया जा रहा है कि जुनैद और नासिर को बजरंग दल के कुछ लोगों ने पीरूका गांव (गोपालगढ़, भरतपुर) से बुधवार सुबह मारपीट कर बोलेरो सहित ही किडनैप कर लिया था। इसके बाद उन्हें हरियाणा के भिवानी में लोहारू गांव के पास उन्हीं की बोलेरो में जिंदा जला दिया।

मंत्री जाहिदा खान ने बताया कि मृतकों को 15-15 लाख रुपए राजस्थान सरकार की ओर से दिए जाएंगे। वहीं, 5-5 लाख रुपए की मदद वे खुद करेंगे। इसके अतिरिक्त 50-50 हजार रुपए की मदद पंचायत की ओर से की जाएगी।
मंत्री जाहिदा खान ने बताया कि मृतकों को 15-15 लाख रुपए राजस्थान सरकार की ओर से दिए जाएंगे। वहीं, 5-5 लाख रुपए की मदद वे खुद करेंगे। इसके अतिरिक्त 50-50 हजार रुपए की मदद पंचायत की ओर से की जाएगी।

पुलिस बोली- आरोप झूठे

उधर, पुलिस ने परिवार के आरोपों को झूठा बताया है। फिरोजपुर झिरका के CIA इंचार्ज वीरेंद्र सिंह का कहना है कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है।

ना तो उन्होंने किसी आरोपी को पकड़ा और न ही बजरंग दल के लोगों को सौंपा। उनकी गाड़ी, स्टाफ और वह खुद उस दिन थाने में थे। उन्हें नहीं पता कि परिजन ऐसे आरोप क्यों लगा रहे है।

दरअसल, भरतपुर का घाटमीका गांव हरियाणा बॉर्डर के नजदीक है। जुनैद के चचेरे भाई इस्माइल ने बुधवार को गोपालगढ़ थाना (भरतपुर) में दोनों के अपहरण और मारपीट का मामला दर्ज कराया था।

भिवानी और राजस्थान के भरतपुर जिला की गोपालगढ़ पुलिस दोनों ही जांच में जुटी हैं। दोनों शवों की डीएनए जांच कराई जा रही है।

भाई के ससुराल से लौट रहे थे, बीच रास्ते में रोका

मृतक जुनैद के चचेरे भाई इस्माइल ने बताया, ‘जुनैद और नासिर मंगलवार को भोरूबास सिकरी (भरतपुर) गांव गए थे। यहां उनके भाई की ससुराल है।

रात में वहीं रुक गए थे। बुधवार सुबह घर आ रहे थे। रास्ते में दोनों को CIA की टीम और बजरंग दल वालों ने रोका। इनका नाम पूछा। इसके बाद दोनों को गाड़ी से खींचकर बाहर निकालने की कोशिश की गई।’

इस्माइल ने बताया कि बजरंग दल वालों की वजह से इलाके में पहले ही दहशत फैली हुई है। इससे पहले नूंह (हरियाणा) में बजरंग दल वालों की कथित पिटाई से वारिस की मौत हो चुकी है।

नासिर-जुनैद ने जैसे ही देखा कि उन्हें ये खींच रहे हैं, तो उन्होंने अपनी जान बचाने के लिए अपनी बोलेरो कार को भगा दिया।

हरियाणा के भिवानी में नासिर और जुनैद इसी बोलेरो में जिंदा जले मिले। मामले की जांच की जा रही है।
हरियाणा के भिवानी में नासिर और जुनैद इसी बोलेरो में जिंदा जले मिले। मामले की जांच की जा रही है।

बोलेरो को पीछा कर दोनों तरफ से टक्कर मारी

परिजनों का कहना है कि जुनैद-नासिर को बोलेरो में जान बचाकर भागते देख फिरोजपुर-झिरका (हरियाणा) सीआईए ने गाड़ी को आगे से टक्कर मारी और पीछे से बजरंग दल वालों ने टक्कर मारी।

उन्होंने कहा कि पुलिस इस हत्याकांड में बराबर शरीक है। ग्रामीण इसके सबूत दे रहे हैं। हमारे पास गवाह हैं। बिरूका चौतरी के रास्ते में दोनों को गाड़ी में डालकर फिरोजपुर-झिरका थाना में लेकर पहुंचे।

जहां पर बजरंग दल वालों ने दोनों को पुलिस को सौंपने की कोशिश की। लेकिन दोनों की हालत इस कदर खराब कर दी थी कि पुलिस ने दोनों को रखने से मना कर दिया।

गाड़ी के चैचिस नंबर से पता चला

परिवार का कहना है कि पुलिस के हिरासत में लेने से इनकार करने के बाद बजरंग दल के नेता मोनू मानेसर, रिंकू सैनी के अलावा 7 से 8 अन्य लोग हमारे दोनों भाईयों को भिवानी (हरियाणा) ले गए।

वहां उन्हें पिछली सीट पर बैठाकर जिंदा जलाकर मार डाला। हमें सोशल मीडिया पर चली खबर के बाद दोनों की मौत का पता चला। गाड़ी के इंजन और चैचिस नंबर से पता चला कि ये हमारी गाड़ी है। मरने वाले हमारे दोनों भाई हैं।

आरोपी मोनू मानेसर हरियाणा का रहने वाला है। आरोप है कि उसने और उसके साथियों ने वारदात को अंजाम दिया।
आरोपी मोनू मानेसर हरियाणा का रहने वाला है। आरोप है कि उसने और उसके साथियों ने वारदात को अंजाम दिया।

आरोपी मोहित उर्फ मोनू मानेसर अंडरग्राउंड हो गया है। यह हरियाणा में गुरुग्राम जिले के मानेसर का रहने वाला है। बजरंग दल में गौरक्षा प्रमुख है।

उसने वॉट्सऐप स्टेटस के जरिए इतना जरूर लिखा कि इस घटना से उनका कोई संबंध नहीं है। उसे जबरन फंसाया जा रहा है।

घटना के वक्त वह एक होटल में था। हाल ही में मोनू मानेसर को एक गो तस्कर के जान से मारने की धमकी वाला ऑडियो भी वायरल हुआ था।

वारिस की मौत पर भी उठे थे सवाल

इससे पहले 29 जनवरी को ही तावडू इलाके में वारिस नाम के एक शख्स की मौत हुई थी। उसकी गाड़ी एक टैंपो से टकरा गई थी, जिसमें वारिस की मौत हो गई थी।

परिजनों ने मोनू मानेसर और उसके साथियों पर हत्या का आरोप लगाया था। हालांकि, बाद में सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद पुलिस ने पूरे मामले में सफाई दी थी।

चूंकि, वारिस की मौत से पहले का एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें कथित गौरक्षक वारिस और उसके साथियों से धमकी भरे लहजे में उनका नाम पूछते हुए दिखाई दे रहे थे और कुछ घंटे बाद ही वारिस की मौत हो गई थी।

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