झुंझुनूं : झुंझुनूं के बगड़ थाना इलाके में हत्या के प्रयास के मामले में स्थानीय अदालत ने तीन अभियुक्तों को दस साल की सजा सुनाई है। साल 2019 के इस मामले में अदालत ने 307 की धारा में अभियुक्तों को सजा सुनाई है।
अभियुक्तों ने बगड़ थाना इलाका के कंवरपुरा निवासी गौतम कटेवा पुत्र विक्रम को गांव से अगवा कर लिया था। एक जोहड़ में ले जाकर लोहे के सरियों पर पाइपों से गंभीर मारपीट की थी। मारपीट का वीडियो भी बनाया था। उसके बाद गौतम को मरा हुआ समझकर चिड़ावा के पास स्थित चुंगी नाका पर डाल चले गए थे।
गौतम को गंभीर हालात में झुंझुनूं के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया था, जहां से गंभीर हालात में जयपुर रेफर कर दिया था। जिसका काफी समय तक जयपुर में इलाज चला था।
इस संबंध में खुद गौतम ने पुलिस को पर्चा बयान दिया था, जिसमें बगड़ थाना क्षेत्र के माखर की ढाणी निवासी हार्डकोर अपराधी नितेश उर्फ ब्लेकिया उर्फ कालू, कालीपहाड़ी निवासी प्रमेंद्र व अलीपुर निवासी सचिन मूण्ड के खिलाफ अगवा कर जान से मारने की नीयत से हमला करने का मामला दर्ज करवाया था।
पुलिस ने पीड़ित के पर्चा बयान पर आरोपियों की तलाश शुरू की। उसके बाद 11 जुलाई 2019 को तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया था। पिछले ढाई साल से मामले में अदालत में सुनवाई चल रही थी। अब अपर सेशन जिला न्यायाधीश संख्या 1 की जज सोनिया बेनीवाल ने दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद अभियुक्तों को दोषी मानते हुए दस साल की सजा सुनाई है।
ये हुई सजा
अदालत ने तीनों अभियुक्तों को आईपीसी की धारा 307 के तहत दस साल की सजा सुनाई है। इस मामले में कमल किशोर शर्मा ने लोक अभियोजक की भूमिका निभाई जबकि मनरूप लांबा परिवादी की ओर से एडवोकेट रहे।
अजमेर जेल में बंद
सभी अभियुक्तों पर कई मामले दर्ज है, इनमें से नितेश उर्फ ब्लैकिया हाडकोर्डर अपराधी है, झुंझुनूं के बगड थाना का हिस्ट्रीशीटर है। फिलहाल अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद है, जहां खूंखार अपराधियों रखा जाता है। फैसले की सुनवाई के दौरान ब्लेकिया को भारी जाब्ते के साथ झुंझुनूं कोर्ट में लाया गया। सुनवाई के दौरान भारी जाब्ता मौजूद रहा।
कई मामले विचाराधीन
नितेश उर्फ ब्लेकिया के खिलाफ झुंझुनूं व सीकर सहित 9 मामले दर्ज हैं, इनमें हत्या व हत्या के प्रयास के ज्यादा मामले हैं, फिलहाल एक मामले में नितेश को सजा हुई है, कई मामले कोर्ट में विचाराधीन है, नितेश उर्फ ब्लेकियां झुंझुनूं में खुद के नाम से गैंग चलाता है। यह 2016 से जिले में सक्रिय है।