सीकर : 100KG वजन, हाथ में राइफल और पुलिस की नौकरी। जब परेशानी होने लगी तो वजन कम करने की ठानी। पांच साल की मेहनत से न केवल वजन कम किया, महिला पुलिसकर्मी ने 6 पैक एब्स बना दिए। अब महाराष्ट्र में हुई पुलिस क्लस्टर प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल हासिल किया है। ये कहानी है राजस्थान में पुलिस कॉन्स्टेबल मोनिका पचार (33) की। अभी वह सीएम अशोक गहलोत की फैमिली सिक्योरिटी टीम में शामिल हैं।
मोनिका सीकर के झीगर बड़ी की रहने वाली हैं। मोनिका ने बताया कि शनिवार को महाराष्ट्र के पुणे में 15 से 20 नवंबर तक चली 71वीं ऑल इंडिया पुलिस क्लस्टर प्रोग्राम में 55 kg बॉडी बिल्डिंग में सिल्वर मेडल हासिल किया है। मोनिका को बॉडी बिल्डिंग का शौक हमेशा से नहीं था।
मोनिका ने बताया कि वह सीकर के झीगर बड़ी की रहने वाली हैं। मोनिका की शादी घिरनिया के समीर सहारण से हुई। नौ साल पहले वह प्रेग्नेंट हुईं और बेटा लियो होने के बाद उनका वजन बढ़ना शुरू हो गया। धीरे-धीरे वजन 100 किलो से भी ऊपर हो गया।
पुलिस में ड्यूटी करने के चलते उन्हें अपने साथ राइफल भी रखनी होती और कई बार ट्रकों में भी सफर करना होता। ऐसे में उन्हें ड्यूटी करने में काफी तकलीफ होने लगी। मोनिका ने करीब पांच साल पहले वजन घटाने के लिए जिम करना शुरू किया। धीरे-धीरे उन्हें जिम करने की आदत पड़ गई। जिम जॉइन करने के बाद करीब 45 किलो से भी ज्यादा वजन कम किया। अब वजन करीब 60 किलो है। मोनिका अभी जयपुर में सीएम आवास पर तैनात हैं।
5 साल पहले शुरू किया था जिम
मोनिका ने बताया कि जिम अब उनके रूटीन का हिस्सा बन चुका है। पहले वह 2 से 3 घंटे जिम करती थीं। करीब 4 महीने पहले पुलिस के ऑल इंडिया क्लस्टर प्रोग्राम की डेट फाइनल हुई। क्लस्टर प्रोग्राम पुलिस की एक नेशनल चैम्पियनशिप होती है, जिसमें वेटलिफ्टिंग, पावरलिफ्टिंग, बॉडी बिल्डिंग और कबड्डी शामिल होती है। इसमें मोनिका ने 55-100 kg कैटेगरी में हिस्सा लिया था। इसके बाद मोनिका ने रोज तीन से चार घंटे जिम करना शुरू किया। मोनिका ने बताया कि उनका बेटा अभी नौ साल का है।
ऐसे में उन्हें ड्यूटी के साथ-साथ घर का काम भी देखना होता था। इसलिए वह सुबह घरवालों के उठने से पहले ही जिम चली जाती। फिर लौटकर घर का काम करने के बाद ड्यूटी जातीं। रात को भी 8:00 से 8:30 के बीच घर का पूरा काम खत्म कर लेती। इसके बाद वापस 2 से 3 घंटे जिम करती। मोनिका का मानना है कि इस बीच उन्हें दिन काफी छोटा लगने लगा। उन्हें ऐसा लगता है कि 3 से 4 घंटे दिन में और होने चाहिए जो वह अपने जिम के लिए निकाल सके।
पति बेटे का ध्यान रखते
मोनिका ने बताया कि उनके पति जयपुर में ही टूरिस्ट गाइड हैं। क्लस्टर प्रोग्राम की तैयारी के लिए उनके पति ने भी उन्हें काफी सपोर्ट किया। पति समीर सहारण ड्यूटी के अलावा उनके साथ जिम भी जाते और घर पर बेटे लियो का ध्यान भी रखते। मोनिका ने बताया कि पहले उनकी पोस्टिंग धौलपुर में थीं। फिलहाल वे राजधानी जयपुर में सीएम आवास पर सीएम सुरक्षा में ड्यूटी कर रही हैं।
माता-पिता किसान
मोनिका की मां संतोष पचार प्रगतिशील किसान हैं। उन्हें जैविक तरीके और नई तकनीकों से गाजर की खेती करने के लिए राष्ट्रपति से अवाॅर्ड भी मिल चुका है। पिता झाबरमल खेती करते हैं। मोनिका का एक बड़ा भाई दौलत सिंह है।