विदेश : फीफा विश्व कप मेजबानों के लिए 92 सालों के इतिहास में कोई बहुत ज्यादा फायेदे का सौदा नहीं रहा है। अब तक हुए 21 विश्व कप में से सिर्फ छह मेजबान देशों को विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल हुआ है। अंतिम बार 24 साल पहले 1998 में फ्रांस मेजबान होकर विजेता बना था। तब से अब तक कोई मेजबान देश चैंपियन नहीं बन सका है।
इस बार भी ऐसा होने की उम्मीद बेहद कम है। पहली बार विश्व कप में खेल रहे मेजबान कतर के लिए तो दूसरे दौर में जगह बनाना बड़ी उपलब्धि होगी। अगर कतर ऐसा नहीं कर पाता है तो दक्षिण अफ्रीका के बाद वह दूसरा मेजबान देश होगा जो पहले दौर की सीमा को नहीं लांघ पाएगा। पहले मैच में इक्वाडोर से 2-0 से हारने के बाद कतर की राह और मुश्किल हो गई है। अब उसे 25 नवंबर को सेनेगल और 29 नवंबर को नीदरलैंड से भिड़ना है। 2010 में मेजबान दक्षिण अफ्रीका वुवुुजेला के भारी शोर और समर्थन के बावजूद दूसरे दौर में जगह नहीं बना पाया था।
स्वीडन फाइनल में पहुंचने वाला एकमात्र मेजबान
फीफा रैंकिंग में 50वें स्थान पर मौजूद कतर को अपेक्षाकृत आसान ग्रुप मिला है। बावजूद इसके उसके ग्रुप में शामिल तीन अन्य टीमें नीदरलैंड (8), सेनेगल (18) और इक्वाडोर (44) रैंकिंग में उससे ऊपर हैं। विश्व कप के इतिहास में दक्षिण अफ्रीका को छोड़ सभी मेजबान देश पहले दौर से आगे बढ़ने में सफल रहे हैं। स्वीडन एकमात्र ऐसा मेजबान देश है जो फाइनल में पहुंचकर 1958 में ब्राजील से हारा। हालांकि, 1950 में मेजबान ब्राजील भी उपविजेता रहा, लेकिन यह विश्व कप ग्रुप स्टेज के आधार पर खेला गया, जहां अंतिम मैच में ब्राजील को उरुग्वे के हाथों 2-1 से हार का सामना कर खिताब गंवाना पड़ा।
फीफा रैंकिंग में 50वें स्थान पर मौजूद कतर को अपेक्षाकृत आसान ग्रुप मिला है। बावजूद इसके उसके ग्रुप में शामिल तीन अन्य टीमें नीदरलैंड (8), सेनेगल (18) और इक्वाडोर (44) रैंकिंग में उससे ऊपर हैं। विश्व कप के इतिहास में दक्षिण अफ्रीका को छोड़ सभी मेजबान देश पहले दौर से आगे बढ़ने में सफल रहे हैं। स्वीडन एकमात्र ऐसा मेजबान देश है जो फाइनल में पहुंचकर 1958 में ब्राजील से हारा। हालांकि, 1950 में मेजबान ब्राजील भी उपविजेता रहा, लेकिन यह विश्व कप ग्रुप स्टेज के आधार पर खेला गया, जहां अंतिम मैच में ब्राजील को उरुग्वे के हाथों 2-1 से हार का सामना कर खिताब गंवाना पड़ा।
इंग्लैंड को एकमात्र खिताब अपनी मेजबानी में मिला
फीफा विश्व कप के इतिहास में सबसे सफल मेजबान देश इंग्लैंड को माना जा सकता है। इंग्लैंड ने 1966 में विश्व कप की मेजबानी की और विजेता बना। यह इंग्लैंड की एकमात्र खिताबी जीत है। हालांकि, विश्व कप के पहले दो संस्करणों 1930 और 1934 में मेजबान देश उरुग्वे और इटली विजेता बने। इसके 32 साल बाद इंग्लैंड विजेता बना। 1974 में फ्रैंज बेकेनबावर की अगुवाई में पश्चिम जर्मनी और 1978 में अर्जेंटीना ने अपने देश में खिताब जीता। इसके 20 साल बाद फ्रांस 1998 में जीता। तब से अब तक कोई मेजबान देश चैंपियन नहीं बन सका है।
फीफा विश्व कप के इतिहास में सबसे सफल मेजबान देश इंग्लैंड को माना जा सकता है। इंग्लैंड ने 1966 में विश्व कप की मेजबानी की और विजेता बना। यह इंग्लैंड की एकमात्र खिताबी जीत है। हालांकि, विश्व कप के पहले दो संस्करणों 1930 और 1934 में मेजबान देश उरुग्वे और इटली विजेता बने। इसके 32 साल बाद इंग्लैंड विजेता बना। 1974 में फ्रैंज बेकेनबावर की अगुवाई में पश्चिम जर्मनी और 1978 में अर्जेंटीना ने अपने देश में खिताब जीता। इसके 20 साल बाद फ्रांस 1998 में जीता। तब से अब तक कोई मेजबान देश चैंपियन नहीं बन सका है।
ब्राजील, मेक्सिको दो बार मेजबान बने पर विजेता नहीं
इटली (1934, 1990), फ्रांस (1939, 1998), ब्राजील (1950, 2014), मेक्सिको (1970, 1986), जर्मनी (1974, 2006) ऐसे देश हैं, जिन्होंने फीफा विश्व कप की दो बार मेजबानी की है। ऐसे में ब्राजील और मेक्सिको की असफल मेजबानों में गिनती होगी। दोनों ही मौकों पर ब्राजील और मेक्सिको विजेता नहीं बन सके। ब्राजील 1950 में उपविजेता और 2014 में चौथे स्थान पर रही। 2014 के सेमीफाइनल में उसे जर्मनी के हाथों 1-7 से शर्मनाक हार मिली थी। मेक्सिको दोनों ही बार क्वार्टर फाइनल में हारा।
इटली (1934, 1990), फ्रांस (1939, 1998), ब्राजील (1950, 2014), मेक्सिको (1970, 1986), जर्मनी (1974, 2006) ऐसे देश हैं, जिन्होंने फीफा विश्व कप की दो बार मेजबानी की है। ऐसे में ब्राजील और मेक्सिको की असफल मेजबानों में गिनती होगी। दोनों ही मौकों पर ब्राजील और मेक्सिको विजेता नहीं बन सके। ब्राजील 1950 में उपविजेता और 2014 में चौथे स्थान पर रही। 2014 के सेमीफाइनल में उसे जर्मनी के हाथों 1-7 से शर्मनाक हार मिली थी। मेक्सिको दोनों ही बार क्वार्टर फाइनल में हारा।