खेतड़ी : खेतड़ी कस्बे के धोबी घाट स्थित मंगलवार को भामाशाह की ओर से युवाओं के लिए निशुल्क कोचिंग संस्थान का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. उमाशंकर शर्मा, विशिष्ट अतिथि पीएस राठौड़, बलवीर सिंह काला, सुरेंद्र सिंह फौजी थे, जबकि अध्यक्षता भामाशाह मनोज कुमार घुमरिया ने की। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने सर्वप्रथम शिक्षा की देवी मां सरस्वती के सामने दीप प्रज्वलित कर निशुल्क कोचिंग संस्थान का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भामाशाह मनोज कुमार घुमरिया ने कहा कि शिक्षा संस्कारित जीवन का आधार होता है। स्वामी विवेकानंद ने सनातनी मूल्यों का ज्ञान कर विश्व में ज्ञान बांटने का काम किया था। अनुशासन सफलता की पहली सीढ़ी होती है, जीवन में जो अनुशासन करना सीख जाता है वह कभी असफल नहीं होता है। आज के समय में बच्चों का भविष्य मोबाइल के कारण खराब हो रहा है। सोशल मीडिया के जरिए अपराधों को बढ़ावा मिल रहा है तथा युवा करियर की चिंता को छोड़कर अपराध की दुनिया में कदम रख रहे हैं, जिससे उनका भविष्य अंधकार में जा रहे हैं।
ऐसे में माता-पिता व परिजनों को अपने बच्चों पर ध्यान देकर बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित करना चाहिए। आज के समय में प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रतिस्पर्धा होने से सफलता को प्राप्त करना कठिन हो रहा है, लेकिन कड़ी मेहनत करने वाले सफलता को हासिल कर अपने मुकाम पर पहुंचे हैं। भामाशाह मनोज कुमार घूमरिया ने बताया कि खेतड़ी का पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण विकास के नाम में काफी पिछड़ा हुआ है।
यहां के युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए सीकर व जयपुर जाना पड़ता था। युवाओं की समस्या को देखते हुए उन्होंने युवाओं के लिए बबाई में निशुल्क कोचिंग का शुभारंभ किया। इसके बाद अब खेतड़ी में शुरुआत की गई है। इस दौरान उन्होंने दस दिव्यांग व्यक्तियों को ट्राई साईकिल भी भेंट की।
मौजूद थे
इस मौके पर महावीर कुमावत, संत कुमार, जय सिंह, विजेंद्र यादव, रामस्वरूप सैनी, मक्खन लाल, रामअवतार, सज्जन सिंह, मुरारी शर्मा, मुरलीधर नालपुरिया, बलवीर मीणा, श्रीराम चेजारा, बनवारीलाल, मनीराम लोयल, कर्मवीर बसई, जनक सिंह, बनवारीलाल, लक्ष्मण, देवदत्त जांगिड़, जीवनराम, गोकुल चंद मेहरडा, पूर्ण मल कुमावत, मनोज सैनी, नागरमल सहित अनेक लोग मौजूद थे।