झुंझुनूं : घाटे में चल रही रोडवेज के सामने निजी बस मुसीबत खड़ी रही है। ग्रामीण क्षेत्र का परमिट होने के बाद कुछ निजी बसें हाईवे पर सरपट तरीके से दौड रही है। ऐसे में रोडवेज को हर महिने भारी नुकसान उठाना पड रहा है।
इस संबंध में रोडवेज प्रशासन की ओर से प्रशासन के उच्च अधिकारियों को शिकायत भी गई है, इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है, इससे निजी बस संचालकों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। अगर इसी तरह संचालन होता रहा तो बसों के डीजल का खर्चा निकलना मुश्किल हो जाएगा। यहा तक ओर बसे बंद होने की नौबत आ जाएगी।
निजी बस संचालकों की ओर से ग्रामीण क्षेत्र का परमिट ले रखा है, लेकिन बसें ग्रामीण क्षेत्रों से नहीं गुजरकर हाईवे पर रोडवेज के समय पर चल रही है। अधिकारियों की माने तो रोडवेज से पहले पहुंचकर निधार्रित बस स्टॉप से सवारियों को कम किराए का झांसा देकर अनाधिकृत तौर पर सफर करवा रहे हैं, जो कि नियमानुसार गलत है। कई बार सवारियों के चक्कर में हादसा भी हो जाते है।
रोडवेज आगार झुंझुनूं के अधिकारियों ने बताया की इस संबंध में कई बार पत्र लिखकर शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। इसको लेकर कर्मचारियों की ओर से धरना-प्रदर्शन भी किए गए हैं। लेकिन अभी तक समस्या से निजात नहीं मिल पाई है। निजी बसों के अवैध संचालन के चलते कई रूटों की बसों से डीजल का खर्चा भी नहीं निकल पाया ।