राजस्थान के उदयपुर में एक एक्सीडेंट के बाद पुलिस की कार्यशैली को लेकर तमाम तरह के सवाल उठाए जाने लगे। क्योंकि जब एक्सीडेंट की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां मौजूद लोगों ने पुलिस से कहा कि इतनी देर से एसी में बैठे हैं, भागो यहां से बस इतना सुनते ही एसएचओ हिमांशु सिंह ने रो-रोकर आरोप लगा रहे युवक को लात मार दी। जिसके वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
पहले जानें क्या है पूरा मामला…
दरअसल, उदयपुर शहर से 12 किलोमीटर दूर उदयपुर-देबारी नेशनल हाईवे 76 पर बीते दिन शुक्रवार को करीब 2.30 बजे ट्रक को ट्रेलर ने पीछे से टक्कर मार दी। हादसा सुखेर थाना इलाके में अंबेरी चौराहा के पास हुआ। हादसे में ट्रक के क्लीनर-ड्राइवर केबिन में फंस गए। मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार, क्रेन देर से आई। इस दौरान फंसे हुए क्लीनर की मौत प्रकाश गमेती (30) की मौत हो गई। जहां एक्सीडेंट हुआ, प्रकाश उसके पास के इलाके का ही रहने वाला था।
हादसे की सूचना मिलने पर सुखेर थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत अमले के साथ मौके पर पहुंचे। तभी एक युवक पुलिस पर बिफर पड़ा और कहने लगा कि पुलिस ने आने में देर लगाई। लोगों ने आरोप लगाया कि क्रेन बहुत देर से पहुंची। पुलिस की टीम मौके पर आई लेकिन कार का एसी चालू कर अंदर ही बैठी रही। एक युवक रोते हुए पुलिस पर लगातार आरोप लगा रहा था और गाली-गलौज कर रहा था। इस दौरान सुखेर थाना इंचार्ज हिमांशु सिंह ने आपा खो दिया। उन्होंने भीड़ में खड़े उस व्यक्ति पर लात जमा दी।
थाना इंचार्ज हिमांशु सिंह राजावत ने क्या कहा
थाना इंचार्ज का कहना है कि सूचना मिलते ही हम समय पर पहुंच गए थे और मैंने निजी क्रेन भी मंगवा दी थी। वहां शराब के नशे में पुलिस को गाली गलौज करते हुए माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा था। लोगों को वहां से हटाया भी, लेकिन उनकी बदतमीजी ज्यादा हो गई थी और सबको गुमराह कर रहे थे। कानून व्यवस्था नहीं बिगड़े और माहौल खराब नहीं हो इसलिए सख्ती करनी पड़ी।
उधर, अंबेरी सरपंच बाबूलाल गमेती ने बताया कि हादसे की सूचना पुलिस को देने के 15 मिनट बाद पुलिस मौके पर आ गई थी। घायल ड्राइवर को एंबुलेंस से एमबी अस्पताल (उदयपुर) पहुंचाया गया।