झुंझुनूं-खेतड़ी : राजस्व कर्मचारियों ने मंगलवार को अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर तहसील के सामने विरोध प्रदर्शन किया। कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार करने से कार्यालय में खाली कुर्सियों नजर आ रही है तथा सन्नाटा पसरा हुआ है।
कर्मचारियों के आंदोलन के चलते आम जनता को कम के लिए परेशान होना पड़ रहा है। कर्मचारियों ने तहसील परिसर में नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन करते हुए पूर्व में हुए समझौता को लागू करने की मांग की है।
कर्मचारियों ने बताया कि राजस्थान राज्य सेवा परिषद व सरकार के बीच अक्टूबर माह में लिखित समझौते किए गए थे, लेकिन पूर्व में हुए समझौते की क्रियान्वती नहीं होने के कारण कर्मचारियों की समय-समय पर ज्ञापन देखकर अवगत करवाया गया था। इसके बाद अप्रैल माह में नए सिरे से मांग पत्र मुख्यमंत्री आवास पर देखकर सात सूत्री मांगों को पूरा करने के लिए अवगत करवाया गया था, लेकिन राज्य सरकार की ओर से कर्मचारियों की मांगों को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई देने से अब कर्मचारी कार्य बहिष्कार आंदोलन पर उतर आए हैं।
इस दौरान उन्होंने सीधी भर्ती में आरटीएस को सीधे तहसीलदार पद पर संक्षिप्त करने तथा मंत्रालयिक कर्मचारी का पदोन्नति कोटा समाप्त करना, वरिष्ठ पटवारी पद का विलोपन किया जाना, पदोन्नति पद के अनुरूप चयनित वेतनमान लागू करते हुए पटवारी, भू अभिलेख निरीक्षक, नायब तहसीलदार, तहसीलदार पदों का कैडर पुनर्गठन किया जाने, नवीन पद सजृत किए जाने, नायब तहसीलदार का पद शत प्रतिशत पदोन्नति पद घोषित करना, पटवारी के लिए स्थानांतरण नियम पुनः बहाल करने, पटवारी की ग्रेड पे एवं 8 किए जाने, आरएएस कैडर को रिव्यू किए जाने की मांग की जा रही है।
कर्मचारियों की मांगों को लेकर दो माह में आदेश जारी करने की सहमति बनी थी, लेकिन चार महीने बीत जाने के बाद भी कर्मचारियों की मांगों के संबंध में सरकार की ओर से कोई आदेश जारी नहीं किए गए।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर सोहनलाल, रमेश सैनी, पटवारी सुमेर सिंह, कानूनगो संघ अध्यक्ष पपुलाल, पटवार संघ अध्यक्ष मदनलाल दौराता, इंद्र सिंह काजला, सुमेर सिंह, राकेश कुमार, सुरजमल, सुनील कुमार, राजेश कुमार, मनीष, रामस्वरूप, यशपाल, सुशील कुमार, सीताराम, विनोद सहित अनेक कर्मचारी मौजूद थे।