झुंझुनूं : झुंझुनूं जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक कल शुक्रवार को जिला प्रमुख हर्षिनी कुलहरी की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी। संभवतया ऐसा पहली बार हुआ कि झुंझुनूं जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक की कार्रवाई में मीडिया कर्मियों को प्रवेश करने से रोका गया हो। बाकायदा सभा कक्ष के गेट पर एक कर्मचारी को तैनात किया गया था जो आने वाले मीडिया कर्मियों से कह रहा था कि आपके अंदर जाने की अनुमति नहीं है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पिछली बार झुंझुनूं जिला परिषद की साधारण सभा बैठक में जिला परिषद सदस्य पंकज धनखड़ ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए एसीबी से जांच करवाने की बात तक है डाली थी। इसी दौरान ही जब मुख्य कार्यकारी अधिकारी की नजर मीडिया कर्मियों के कैमरे पर पड़ी तो उन्होंने उनको बंद करवरकर उनको बाहर जाने का निवेदन किया। इस बार भी मुख्य कार्यकारी अधिकारी को अंदेशा था कि फिर से भ्रष्टाचार के आरोप लगने की कहानी दोहराई जाएगी। लिहाजा इस बार मीडिया के कैमरों में यह बात रिकॉर्डिंग न हो इसके लिए उन्होंने मीडिया कर्मियों को साधारण सभा की बैठक की कार्रवाई की रिपोर्टिंग करने के लिए पहले से ही रुकने की व्यवस्था पुख्ता कर ली थी। जब इस बात की जानकारी जिला परिषद सदस्य उम्मेद सिंह निर्वाण को लगी तो उन्होंने इस मामले को साधारण सभा की बैठक में भी उठाया कि मीडिया कर्मियों को प्रवेश क्यों नहीं दिया जा रहा है।
इस बार झुंझुनू जिला परिषद की हाल के गेट पर बैठा दिया गया कर्मचारी, कहां मीडिया नॉट अलाउड
वही भले ही मीडिया कर्मियों को प्रवेश नहीं दिया गया हो लेकिन आज के समाचार पत्रों ने और अन्य प्लेटफार्म ने उनकी सच्चाई आम जनता के सामने ला ही दी। यानि सच्चाई तो सात तालों से भी बाहर आ ही जाती है. सदन में जिला परिषद सदस्य पंकज धनकड़ ने सोलना में नाला निर्माण में हो रहे भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि वह भी चाहते हैं कि सोलाना में नाले का निर्माण हो लेकिन बरसात के समय जो मोहल्ला पूरा पानी में डूब जाता है वहां पर नाले का निर्माण क्यों नहीं किया जा रहा जबकि जहां पर एक बूंद भी पानी जमा नहीं होता है वहां पर जानबूझकर नाले का निर्माण क्यों करवाया जा रहा है। जिला परिषद के अधिकारी जब जांच के लिए जाते हैं तो कुएं की मोटर से पानी चलकर उसके फोटो वीडियो बनाकर ले जाते हैं और सरकारी राशि के दुरुपयोग करने की कोशिश की जा रही है। लेकिन यह किसी हालत में नहीं होने दिया जाएगा उन्होंने आगे कहा कि इसकी जांच एसीबी से कराई जाएगी। वही आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सदन में सदस्यों के द्वारा अपने क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को उजागर किया जाता है तो अमूमन हर बार ही अधिकारियों की तरफ से एक ही जवाब सुनने को मिलता है जी हां करवा देंगे जल्दी करवा देंगे लेकिन नतीजा अगली बैठक तक वही ढाक के तीन पात रहता है। भले ही मीडिया कर्मियों को सदन की कार्रवाई की कवरेज करने से रोक दिया गया हो लेकिन जिला परिषद द्वारा सुंदर सा प्रेस नोट बनाकर फोटो सहित जरूर मीडिया कर्मियों को भेजा गया। इसके बाद भी अन्य सूत्रों से भी अंदर की सारी खबरें मीडिया कर्मियों तक आखिर पहुंच ही गई, जिसकी गवाही आज के समाचार पत्र में छपी यह खबर दे रही है।