पाली : 25 साल की गर्भवती आशा रेबारी की निर्मम हत्या का मामला पाली पुलिस ने 12 घंटे भीतर खोलते हुए उसके प्रेमी को देर रात दस्याब किया। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आशा उससे आगे किसी तरह का संबंध नहीं रखना चाहती थी। इस बात से नाराज होकर आरोपी महेश धोबी ने चाकू से कई वार कर उसकी हत्या कर दी और घटना स्थल से चंद कदमों की दूर स्थित गौशाला में छुपकर बैठा रहा। जिसे पुलिस ने झुंझुनूं के उदयपुरवाटी निवासी 27 साल के महेश पुत्र हनुमानप्रसाद धोबी को दस्तयाब किया है।
बता दें कि 1 जुलाई की देर शाम को पाली के सदर थाने के निकट गौशाला के पास एक कच्चे कमरे में 25 साल की आशा पत्नी भाखरराम रेबारी पुत्री पिताराम की बॉडी अपने पीहर में कच्चे कमरे में खून से लथपथ मिली थी। जिसकी सब्जी काटने का चाकू से कई वार कर हत्या की गई थी। मामले में सीओ सिटी अनिल सारण, कोतवाल रविन्द्र सिंह खीची के नेतृत्व में टीम जुटी रही।
ऐसे पकड़ में आया आरोपी
पिताराम रेबारी ने शनिवार देर रात को गौशाला में कॉल कर दूध मांगा ताकि घर में भूखे बच्चों को पिला सके। गौशाला में काम करने वाला युवक गाय का दूध निकालने गया तो वहां एक युवक को देख डर गया। उसने पिताराम सहित अन्य को गौशाल बुलाया और सदर थाने में गौशाला में चोर होने की सूचना दी। रात्रि में गश्त कर रहे हेड कांस्टेबल मानसिंह मयजाप्ता मौके पर पहुंचे। युवक को ललकारते हुए बाहर बुलाया। जैसे ही युवक का चेहरा पिताराम की छोटी बेटी ने देखा तो चिल्ला उठी कि यही आशा दीदी से मिलने आया था। इस पर पुलिस उसे दस्तयाब कर थाने लाई। जिससे पूछताछ जारी है।
4 साल पहले हुई थी दोस्ती, संबंध आगे नहीं रखना बना मौत की वजह
आरोपी महेश धोबी करीब चार साल पहले मानपुरा भाकरी में एक भवन में टाइल्स का काम करता था। यहां आशा साफ-सफाई का काम करती थी। जिसे महेश धोबी ने अपनी दोस्ती के जाल में फंसा दिया। करीब दो साल पहले आशा की शादी तोगावास निवासी भाकरराम रेबारी से हो गई। तब उसने महेश से संबंध तोड़ने का फैसला कर लिया। लेकिन फोन कर वह उसे बार-बार मिलने का दबाव डालने लगा। गर्भवती होने पर करीब 2 माह पहले आशा पाली में अपने पीहर आई। यह बात पता लगने पर महेश कॉल कर उसे आखिरबार मिलने का दबाव डालने लगा।
इस पर दोनों 1 जुलाई की शाम को सदर थाने के पास गौशाला के निकट स्थित अपने मिले। घटना के समय आशा घर पर अकेली थी। इस दौरान महेश ने उसे अपने प्यार का हवाला देते हुए संबंध आगे भी रखने की बात कही। आशा ने जब साफ इंकार कर दिया कि उसकी शादीहो चुकी है और वह 6 माह के गर्भ से है और आगे से उससे न तो फोन पर बात करेगी और न मिलेगी। यह उसका आखिर फैसला है। यह सूनते ही महेश गुस्से से लाल हो गया और अपने साथ लाए चाकू से उसके गले, पेट और सीने पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। जिससे गर्भवती आशा रेबारी की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
गौशाला की दीवार तोड़ अंदर घुसा
घटना के बाद आरोपी घटना स्थल के निकट ही स्थित गौशाला के पीछे दीवार के पास पहुंचा। वहां पत्थर रखे और उन पर चढ़कर गौशाला में कूद गया। पुलिस ने बचने के लिए वह गाय के चारे में छुपा रहा। शनिवार देर रात जब गौशाल में काम करने वाला युवक गाय का दूध निकालने पहुंचा तो उसे चोर समझ सदर थाना पुलिस को कॉल कर पकड़वाया।
दो महीने पहले ही आई थी पीहर
मृतका के परिजनों ने बताया कि वह 5-6 माह के गर्भ से थी। करीब दो महीने पहले ही अपने ससुराल तोगावास से पीहर आई थी। मृतका का पति भाखरराम रेबारी मुम्बई में किराणे की दुकान पर काम करता है। घटना के समय मृतका घर में अकेली थी। उसके भाई-बहन पास के गौशाला में गए हुए थे। और मां किसी काम से पाली शहर में आई हुई थी। मृतका के पिता पिताराम रेबारी सदर थाने के निकट केबिन पर बैठे थे। शाम करीब सात बजे वे घर आए तब घटना का खुलासा हुआ।