जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं : शांति एवं अहिंसा विभाग के निर्देशानुसार जिला प्रशासन एवं गांधी जीवन दर्शन समिति के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को सूचना केंद्र सभागार में गांधी जीवन दर्शन समिति के उपखंड स्तरीय कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर डॉ खुशाल ने कहा कि गांधी जीवन दर्शन को समझते हुए अपने जीवन में उतारते हुए हम समाज में गांधी के विचारों को ढाले जिससे समाज में अहिंसा का माहौल पैदा हो।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक मुरारी सैनी ने कहा कि आज के समय में महात्मा गांधी को पढ़ना बहुत जरुरी हैं, समाज में अहिंसात्मक प्रवृतियों का शास्त्र ही गांधी दर्शन हैं।
कार्यक्रम में प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए जिला जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु सिंह ने कहा कि विरोधी विचारों को सुनना और उनके साथ तारतम्य बनाकर चलने की संस्कृति ही गांधीवाद है। विशिष्ट अतिथि उपखंड अधिकारी सुप्रिया ने कहा कि महात्मा गांधी की मूल थीम सत्य और अहिंसा की प्रासंगिकता आज के समय में ज्यादा बढ़ गई है। जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग की सदस्य नीतू सैनी ने अपने संबोधन में उपभोक्ता अधिकारों पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि उपभोक्ता का अपने अधिकारों के लिए जागरूक होने की जरूरत है।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता एवं शिक्षाविद महेंद्र शास्त्री ने कहा कि सत्य और अहिंसा ऐसे अस्त्र हैं जिनके द्वारा संसार को झुकाया जा सकता है। मानवीय शक्तियों का कोई अंतिम छोर नहीं है। व्यक्ति को चाहिए कि अपनी शक्ति का गांधीवादी तरीके से उपयोग करते हुए राष्ट विकास में अपना योगदान करना चाहिए।
कार्यक्रम में एडीएम जगदीश प्रसाद गौड़ भी मौजूद रहे ।
शिविर को रामगोपाल महमिया, चंद्र प्रकाश धूपिया ने भी संबोधित किया। संचालन एडीईओ उम्मेद सिंह महला ने किया। कार्यक्रम में सह संयोजक आशीष डूडी, महेन्द्र सैनी, राजेश बजाड़, मौजूद रहे।