बीपीएससी अभ्यर्थियों ने नियमों में बदलाव के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन, खान सर ने भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों का समर्थन किया

पटना, 24 दिसंबर: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की प्रारंभिक परीक्षा के अभ्यर्थी हाल ही में परीक्षा के नियमों में बदलाव को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। विवाद का कारण 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा को कई शिफ्टों में आयोजित करने और “अंकों के सामान्यीकरण” (Normalization of Marks) प्रणाली को लागू करना है। प्रदर्शनकारी पारंपरिक “एक शिफ्ट, एक पेपर” प्रारूप को बहाल करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि नई प्रणाली अनुचित है और इससे उनकी प्रदर्शन क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

विरोध प्रदर्शन तेज

बीपीएससी कार्यालय के पास पटना में शुरू हुआ यह विरोध प्रदर्शन शुक्रवार को तेज हो गया। छात्र अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरे और यातायात अवरुद्ध कर दिया। हालात काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। प्रदर्शनकारी जोर देकर कह रहे हैं कि अंकों का सामान्यीकरण (Normalization) असंगतियां पैदा करता है, जिससे उनके लिए निष्पक्ष रूप से प्रतिस्पर्धा करना मुश्किल हो जाता है।

अभ्यर्थियों की भूख हड़ताल

अपनी मांगों को लेकर डटे हुए कुछ अभ्यर्थियों ने भूख हड़ताल का सहारा लिया है। स्थिति तब गंभीर हो गई जब कई छात्रों की तबीयत बिगड़ने लगी, जिनमें से कुछ को पटना मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा।

भूख हड़ताल पर छात्रों से मिले खान सर

प्रसिद्ध शिक्षक और यूट्यूबर फैसल खान, जिन्हें “खान सर” के नाम से जाना जाता है, भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों का हाल जानने पटना मेडिकल कॉलेज पहुंचे। उन्होंने छात्रों की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की और अधिकारियों की अनदेखी पर सवाल उठाए।

खान सर ने कहा, “ये लोग 4-5 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे हैं और कोई उनकी सुध नहीं ले रहा। उनकी स्थिति अब बहुत गंभीर हो चुकी है। आयोग को इन छात्रों के बारे में सोचना चाहिए, जो परीक्षा देने के बाद भूख हड़ताल पर बैठे हैं।”

खान सर ने यह भी बताया कि हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका (PIL) दायर की गई है, और जरूरत पड़ने पर सुप्रीम कोर्ट तक भी जाने की तैयारी है। उन्होंने कहा, “आयोग और सरकार को समझाना हमारी जिम्मेदारी है। यहां 4-5 लोग बहुत गंभीर स्थिति में हैं और आईसीयू में भर्ती हैं।”

कार्रवाई की मांग

प्रदर्शनकारी छात्र और उनके समर्थक, जिनमें खान सर भी शामिल हैं, बीपीएससी से “एक शिफ्ट, एक पेपर” प्रणाली को अपनाने और पारदर्शिता एवं निष्पक्षता सुनिश्चित करने की मांग कर रहे हैं। अब तक आयोग ने इस बढ़ते विरोध प्रदर्शन पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों की बिगड़ती स्वास्थ्य स्थिति और कानूनी लड़ाई की आशंका के बीच यह मामला बीपीएससी और बिहार सरकार से तत्काल ध्यान और उचित समाधान की मांग करता है, ताकि निष्पक्षता और व्यवस्थागत व्यवहार्यता के बीच संतुलन कायम हो सके।

स्रोत: एएनआई

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