खेतड़ी : वेतन विसंगति सहित विभिन्न मांगों को लेकर खेतड़ी सब जेल में पिछले तीन दिन से जेल कर्मचारियों की ओर से मैस का बहिष्कार अनशन किया जा रहा है। इस दौरान अनशन पर बैठे एक जेल कर्मचारी की शनिवार देर रात को तबीयत बिगड़ गई, जिसको उपचार के लिए खेतड़ी के राजकीय अजीत अस्पताल ले जाया गया है। अस्पताल में चिकित्सकों की देखरेख में जेल कर्मचारी का उपचार किया जा रहा है।
जेलर मोतीलाल ने बताया कि जेल कर्मचारी पिछले काफी समय से वेतन विसंगति सहित विभिन्न मांगों को लेकर सरकार से मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए जाने से जेल कर्मचारी आंदोलन करने को मजबूर हो रहे हैं। जेल कर्मचारियों ने पिछले सात दिन तक काली पट्टी बांधकर अपनी ड्यूटी का निर्वहन कर विरोध जताया। इसके बाद उन्होंने मैस का बहिष्कार कर अनशन आंदोलन शुरू किया था।
तीन दिन से चल रहे अनशन आंदोलन के तीसरे दिन रात को जेल कर्मचारी मुंशी लाल की अचानक तबियत बिगड़ने लगी और वह बेहोश हो गया। कर्मचारी के बेहोश होने की सूचना पर 108 एंबुलेंस को मौके पर बुलाया गया, जिसमें खेतड़ी के राजकीय अजीत अस्पताल ले जाया गया। इस दौरान अस्पताल में डॉक्टरों ने उसका चेकअप कर ड्रिप लगाई है, जहां कर्मचारी का उपचार चल रहा है।
अस्पताल में फिजिशियन डॉ. अनिल जांगिड़ की टीम अनशन कर रहे कर्मचारियों के स्वास्थ्य की जांच की। वही अस्पताल में भर्ती जेल कर्मचारी का उपचार किया जा रहा है। जेल कर्मचारियों ने बताया कि वेतन विसंगति सहित विभिन्न मांगों को लेकर सरकार से कई बार वार्ता भी हो चुकी है। जनवरी 2023 में भी जल कर्मचारियों की ओर से अनशन आंदोलन किया गया था।
इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन देने पर जेल कर्मचारियों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया था, लेकिन सरकार की ओर से उनकी मांगों को लेकर गंभीरता नहीं दिखाने से कर्मचारी आंदोलन करने को मजबूर हो रहे हैं।