सीकर : मेडिकल काॅलेज स्टूडेंट हनिमेश की सोमवार देर रात हुई माैत के मामले में पुलिस ने फोरेंसिक विशेषज्ञों से मदद ली है। फोरेंसिक विशेषज्ञों ने पुलिस के सामने दावा किया है कि हनीमेश के लगी चोट ऊंचाई से गिरने के कारण लगी होगी। क्योंकि इस तरह की चोट अक्सर ऊंचाई से गिरने के कारण ही लगती है। मामले में हत्या का प्रकरण दर्ज है और पुलिस इसी दिशा में सबूत जुटा रही है।
एसपी करण शर्मा ने बताया कि छात्र हनिमेश का जयपुर में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया था। इसके बाद पुलिस को मिली हनिमेश की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर फोरेंसिक विशषज्ञों से राय ली थी। शुरुआती तौर पर उनका मानना है कि मृतक के शरीर पर इस तरह की चोट ऊंचाई से गिरने पर ही आती हैं। हालांकि मामले में पुलिस फोरेंसिक विशेषज्ञों से और राय लेने में जुटी है।
फिलहाल कहा नहीं जा सकता कि हनिमेश ऊंचाई से खुद गिरा है या फिर, किसी ने उसे गिराया है। पुलिस इसकी गहराई से तहकीकात कर रही है। इसके अलावा घटना को लेकर पुलिस अब-तक मेडिकल कॉलेज में रहने वाले छात्र, केयर टेकर, गार्ड व फैकल्टी से एकबारगी तो पूछताछ कर चुकी है। लेकिन, घटना से छात्र तनाव में आने के कारण 28 जून तक मेडिकल कॉलेज में उनकी छुट्टी कर दी है। 28 जून के बाद जब छात्र फिर से कॉलेज में आएंगे तो उनसे पुलिस दोबारा पूछताछ करेगी। ताकि कोई और क्लू पुलिस के हाथ लग सके। हालांकि पुलिस कॉलेज फैकल्टी के टच में है और उनसे जानकारी भी ली जा रही है। इधर, जांच कर रहे सदर थानाधिकारी अशोक चौधरी का भी कहना है कि हनिमेश की पीएम रिपोर्ट पर विशेषज्ञों से बिंदुवार राय मांगी जाएगी।
गौरतलब है कि बांसवाड़ा निवासी हनिमेश की मौत के बाद पुलिस व कॉलेज प्रशासन ने जब उसके शव का एक्सरे और सिटी स्कैन करवाया था। तब एक्सरे में हनीमेश की बॉडी में रीढ़ व जांघ की हड्डी सहित कुल 11 फ्रैक्चर मिले थे। उस लीवर पर चोट मिली है। मृतक के परिजनों ने सदर थाने में हनिमेश की हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया था, जिसकी पुलिस जांच कर रही है।
मेडिकल कॉलेज में पिछले तीन साल में रैगिंग लेने वाले 11 छात्रों पर हो चुकी कार्रवाई
हनिमेश की मौत के बाद उसकी मां शारदा ने आरोप लगाया था कि उसके बेटे के साथ पहले रैगिंग की घटना भी हो चुकी है। उसके सीनियर छात्रों ने हनिमेश के साथ गाली-गलौच व जबरन शराब पिलाई थी। भास्कर ने सीकर मेडिकल कॉलेज के प्रशासन के जरिए एंटी रैगिंग टीम से जानकारी जुटाई तो चौंकाने वाला सच सामने आया। मेडिकल कॉलेज में पिछले तीन साल में रैगिंग लेने वाले 11 छात्रों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है।
इन छात्रों पर रैगिंग के दौरान अपने जूनियर को जबरन शराब पिलाना, उनको नचाना व गाली-गलौच करने का आरोप लगे थे। कॉलेज प्रशासन की कमेटी के पास रैगिंग के मौखिक व लिखित में मामले सामने आने पर इन 11 छात्रों को सात दिन के लिए कॉलेज से निलंबित भी कर दिया था। इसके अलावा इनको समय पर कॉलेज व हॉस्टल में आने के लिए पाबंद कर किया था। अब अभिभावकों का आरोप है कि सख्त कार्रवाई नहीं होने से कॉलेज रैगिंग के मामले बढ़े हैं। कॉलेज प्रबंधन भी इसे गंभीरता से नहीं ले रहा है।
पहले मां से बात, इसके बाद दोस्तों के साथ चैटिंग :
घटना वाले दिन हनिमेश ने साढे़ नौ बजे अंतिम बार अपनी मां शारदा खांट के मोबाइल नंबर पर बात की थी। जो, करीब तीन मिनट तक चली। इसके बाद हनिमेश की अपने दोस्तों के साथ ऑनलाइन चैटिंग करने की जानकारी पुलिस के सामने आई थी। पुलिस का कहना है कि हनिमेश के मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल खंगाली जा रही है। संदिग्ध नंबरों की जांच की जा रही है। इसके बाद यह पता चलेगा कि वह और कहां-किससे बात करता था। हालांकि वे सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव नहीं था।