झुंझुनूं : जिला मुख्यालय पर स्थित कॉलेजों में उर्दू विषय की मांग एक बार फिर से जोर पकड़ने लगी है। इस मांग को लेकर शुक्रवार को सर्व समाज लोकतांत्रिक मंच की ओर कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन किया गया। राजस्थान सरकार व स्थानीय विधायक के खिलाफ अनदेखी का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। शिक्षाविद इंजी. इब्राहीम खान ने बताया कि जिले में उर्दू विषय की शिक्षा को लेकर स्थिति बेहद चिंताजनक हालात है।
ज्ञापन देने से पूर्व कलेक्ट्रेट के सामने हुई सभा में मौजूद सैकड़ों लोगों ने बड़ा आंदोलन खड़ा करने की मांग उठाई। सभा को संबोधित करते हुए मंच के इब्राहिम खान ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि पिछले कई वर्षों से क्षेत्र के लोग और विभिन्न संगठन यह पुरजोर मांग करते हुए आ रहे हैं लेकिन सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है। ऐसे में उनके पास जन आंदोलन खड़ा करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है। यदि दो-चार दिन में इस पर कोई कार्यवाही नहीं होती है तो हम झुंझुनू में एक बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे और साथ ही उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र सिंह यादव तथा राज्य शिक्षा मंत्री जाहिदा खान से मिलेंगे और यदि जरूरत हुई तो मुख्यमंत्री से मिलकर इसका समाधान करवाएंगे।
एडवोकेट बजरंग लाल ने कहा कि उर्दू हम सब की भाषा है और इसके लिए हम सब मिलकर लड़ेंगे। सहदेव सिंह ने कहा कि जिला मुख्यालय पर दोनों कॉलेज में उर्दू विषय का ना होना दुर्भाग्यपूर्ण है और इसके लिए प्रयास किए जाने चाहिए। शफीक खां ने कहा कि बड़ी संख्या में बच्चे ट्वेल्थ से उर्दू विषय में पास होकर आते हैं लेकिन महाविद्यालय में उर्दू विषय नहीं होने के कारण उन्हें या तो सब्जेक्ट छोड़ना पड़ता है या फिर उच्च शिक्षा के लिए दूर जाना पड़ता है जोकि एक गरीब बच्चे के लिए मुश्किल भरा होता है।
छात्रसंघ महासचिव साहिल कुरैशी ने बताया कि मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र होने के बावजूद भी यहां के मुस्लिम कम्युनिटी को सिर्फ और सिर्फ वोट बैंक समझा जाता है। छात्र संगठन लगातार उर्दू विषय शुरू करने की मांग को लेकर विधायक और सरकार को ज्ञापन व प्रदर्शन के माध्यम से अवगत कराता रहा है परंतु ध्यान नहीं दिया गया है। यहां के विद्यार्थी को उम्मीद रहती है परंतु अभी तक निराशा ही हाथ लगी है। सभा का संचालन करते हुए यूनुस खान भाटी ने कहा की जबकि पूरे राजस्थान में नए कॉलेज, नए संकाय और नए विषय लगातार स्वीकृत किए जा रहे हैं, ऐसे में झुंझुनूं के साथ ऐसा सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है।
जिले की राजकीय आर आर मोरारका व एनएमटी राजकीय गर्ल्स महाविद्यालय में यूजी और पीजी विषयों में उर्दू शुरू करने की मांग काफी सालों से की जा रही है, लेकिन सरकार और स्थानीय MLA ध्यान नहीं दे रहे है।
जिले भर में उर्दू के प्रति रुचि रखने वाले विद्यार्थियों की संख्या कम नहीं है। पिछले 15 सालों से उर्दू विषय खोलने की मांग की जा रही है। इसके बावजूद जिले में उर्दू विषय शुरू नहीं किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विभिन्न संगठनों की ओर से कई बार आंदोलन भी किए गए, सरकार को कई बार ज्ञापन दिए, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नही मिला।
मास्टर युनूस अली भाटी ने बताया कि जिले की कॉलेज में उर्दू विषय नहीं होने से युवाओं को निजी महाविद्यालयो में मोटी राशि खर्च कर प्रवेश लेना पड़ रहा है, जो कि उनके साथ नाइंसाफी हैं।
जबकि झुंझुनूं जिला शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी है, लेकिन शिक्षा की अलख जगाने वाली सरकार ध्यान ही नहीं दे रही हैं। धरना प्रदर्शन के बाद सर्वसमाज की ओर से मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। जिसमें जिले की राजकीय आर आर मोरारका व एनएमटी राजकीय गर्ल्स महाविद्यालय में यूजी और पीजी विषयों में उर्दू शुरू करने की मांग की।
इस मौके पर एडवोकेट इरशाद फारुकी, अजहर खान भीमसर, भीम आर्मी के एडवोकेट धर्मपाल बंसीवाल, शिक्षा अनुदेशक संघ के अध्यक्ष मोहम्मद आरिफ, हमीद खां आदि ने भी सभा को संबोधित किया।
इस मौके पर शफी कुरैशी, सज्जाद मलवान, खादिम खोखर, नईम इकबाल,आजम राठौड़, मोहम्मद हुसैन, मोहम्मद अली चोबदार, सलीम गहलोत, बरकत गहलोत, शब्बीर गहलोत, पार्षद प्रतिनिधि महमूद सैयद, आजम भाटी, मजीद कुरैशी, परवेज चायल, तोफिक पठान, जुबेर चौहान, दानिश राठौड़, अरशद भाटी, सलाउद्दीन तगाला, शाहरुख मनिहार, सलीम दीवान, शौकत इलाही, इमरान बडगूजर, मोहसिन कुरेशी, जाकिर अब्बासी, एडवोकेट दिलशाद फारुकी, एडवोकेट आदिल खान, एडवोकेट मुकर्रम अंसारी, इमरान सैयद,अध्यक्ष पंकज डूडी, पूर्व अध्यक्ष कपिल चोपड़ा, तहसील अध्यक्ष रोहित कालेर, महासचिव अभिषेक बड़जात्या, नवनीत मीना, शाहिद कुरैशी, आमान चौहान, साबिर भाटी DYFI, योगेश कटारिया DYFI, विजय यादव DYFI, समीर खान, अकबर पहाड़ियान, सोयब खान, आंनद राठौड़, आसिफ नुनिया, समीर, आदिल, राजेश, महफ़ूज़ मिर्जा, आकिब खान,अनवर किलानिया, समीर खान, इस्लाम खुर्रम, सगीर खान, लतीफ खानजादा, आलम शेर खान, कैप्टन मोहन लाल, इब्राहिम घोसी, अलीशेर घोसी, आरीफ कुरेशी सहित बड़ी संख्या में सर्वसमाज के लोग धरना प्रदर्शन में शामिल हुए।