झुंझुनूं-खेतड़ी : सरकार के इस साल के बजट में खेतड़ी के अस्पताल को क्रमोन्नत कर उप जिला अस्पताल का दर्जा दिया गया। जिसके बाद यहां पद बढ़ाए जाने थे, लेकिन सरकार ने यहां पद ही घटा दिए हैं। ऐसे में क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का सरकार का दावा भी झूठा साबित हो रहा है।
जानकारी के अनुसार सरकार ने अस्पताल की पैथोलॉजी लैब में से तीन पदों को समाप्त कर दिया। पद समाप्त कर देने से आने वाले समय में अब जांचे भी प्रभावित होंगी।
जानकारी के अनुसार वर्तमान समय में खेतड़ी अस्पताल की पैथोलॉजी लैब में तकनीकी सहायक का एक पद, सीनियर लैब टेक्नीशियन के दो पद, लैब टेक्नीशियन के दो पद, प्रयोगशाला सहायक के तीन पद थे। जिनमें से सीनियर लैब टेक्नीशियन का एक पद, लैब टेक्नीशियन का एक पद व प्रयोगशाला सहायक का एक पद समाप्त कर दिया है। लैब में पद कम होने से जांच प्रभावित होंगी ही अस्पताल में आने वाले रोगियों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
आंकड़ों की यदि बात की जाए तो लैब में झुंझुनू के बीडीके अस्पताल के बाद खेतड़ी अस्पताल में सबसे ज्यादा जांच का आंकड़ा दर्ज होता है। प्रतिदिन खेतड़ी अस्पताल की पैथोलॉजी लैब में 700 से अधिक जांचे तथा एक माह में करीब 25 हजार जांच होती हैं।
इस संबंध में डिप्टी सीएमएचओ डॉ छोटे लाल गुर्जर ने बताया कि उप जिला अस्पताल की लैब में पद कम करने की बात सामने आई है। जिसको लेकर उच्चाधकारियों पत्र लिखा जाएगा। उप जिला अस्पताल के मरीजों की क्षमता के अनुसार पद बढ़ाने की मांग की जाएगी।