झुंझुनूं : केन्द्र सरकार की ओर से जमाखोरी पर नियत्रंण के लिए स्टॉक लिमिट लागू करने के बाद गेहूं के भाव में 100 रुपए की गिरावV आई है। इसका मुख्य कारण सरकार के फैसले के बाद बड़े व्यापारियों में घबराहट को माना जा रहा है।
इससे पहले मंडी में गेहूं के भाव 2220 से 2325 रुपए प्रतिक्विंटल थे। जो बुधवार को घट कर 2030 से 2260 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गए। गत वर्ष जिले की मंडी में अप्रैल से मई तक गेहूं की आवक 1 लाख क्विंटल के करीब रही थी।
आमजन को मिलेगी राहत
पिछली बार गेहूं के भाव में काफी तेजी का दौर रहा था। जबकि इस बार गेहूं के भाव में गिरावट आई है। हालांकि मंडी विशेषज्ञों के अनुसार वर्तमान में गेहूं का न्यूनतम मूल्य है, इसलिए भाव में और कमी आने की संभावना नहीं है, लेकिन सरकार का यह फैसला आमजन के लिए काफी राहत भरा रहेगा।
किसान नेता रामचंद्र कुल्हरी का कहना है कि सरकार की ओर से गेहूं पर स्टॉक लिमिट लगाने से आमजन को मंहगाई से राहत मिलेगी, लेकिन किसानों को इसका नुकसान होगा। इस बार मंडी में तय सीमा से अधिक स्टॉक किसी के पास नहीं है तथा अभी किसानों की फसल मंडी में आ रही है। ऐसे समय में स्टॉक लिमिट लगाने का कोई औचित्य नहीं है।