हरियाणा-पानीपत : भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष सांसद बृजभूषण शरण सिंह और रेसलर्स विवाद में कांग्रेस ने सचिन तेंदुलकर को भी घसीट लिया है। यूथ कांग्रेस ने मुंबई में सचिन के घर के बाहर प्रदर्शन करते हुए पोस्टर लगा दिया। हालांकि बाद में पुलिस ने उसे हटा दिया।
पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी भी रेसलर्स के हक में उतर आईं। उन्होंने बंगाल में सड़क पर पैदल मार्च कर इंसाफ की मांग की।
वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने फोगाट फैमिली के बीच मतभेद का मामला उठाया। उन्होंने पूछा कि बबीता फोगाट धरना दे रहे पहलवानों के साथ क्यों नहीं हैं। उन्होंने कांग्रेस पर रेसलर्स के धरने काे राजनीतिक मुद्दा बनाने का आरोप लगाया।
आज यूपी के मुजफ्फरनगर में खापों की महापंचायत आयोजित की जा रही है। जिसमें कोई बड़ा फैसला लिया जाएगा।
सचिन से पूछा- क्रिकेट के भगवान चुप क्यों?
मुंबई में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सचिन तेंदुलकर के घर पोस्टर लगाया। जिसमें लिखा- आप खेल जगत में ‘भगवान’ हैं, लेकिन जब कुछ महिला खिलाड़ी यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठा रही हैं तो आपकी इंसानियत नहीं नजर आती। ये पोस्टर यूथ कांग्रेस की सदस्य रंजीता विजय गोरे की तरफ से लगाया गया था।
ममता बोली- आरोपी गिरफ्तार क्यों नहीं, पार्टी रेसलर्स से मिलेगी
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कोलकाता में हाजरा से रविंद्र सरोवर तक मार्च निकाला। ममता ने कहा- एक व्यक्ति पर शारीरिक शोषण का आरोप है, उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा है?। बहुत जल्द तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल आंदोलन कर रहे खिलाड़ियों से मुलाकात करेगा। इसमें फुटबॉल टीम के पूर्व मिडफील्डर मेहताब हुसैन भी शामिल हुए।
स्मृति ईरानी ने बबीता फोगाट के साथ न होने पर उठाए सवाल
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा- बबीता फोगाट प्रदर्शनकारी पहलवानों का समर्थन क्यों नहीं कर रही हैं। वह तो उनके परिवार की सदस्य हैं। बबीता फोगाट से मेरी बात हुई। मैं जानना चाहती हूं कि विपक्ष के नेता इन पहलवानों को निष्पक्ष जांच से वंचित क्यों रखना चाहते हैं?। कांग्रेस इसे राजनीतिक मुद्दा बनाने से बाज आए तो बेहतर होगा, लेकिन यह उनकी आदत है और वे करेंगे।
पढ़िए.. इस मामले में अब तक क्या-क्या हुआ?
- 18 जनवरी को जंतर-मंतर पर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक के साथ बजरंग पूनिया ने धरना शुरू किया। आरोप लगाया कि WFI के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने महिला पहलवानों का यौन शोषण किया।
- 21 जनवरी को विवाद बढ़ने के बाद केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों से मुलाकात कर कमेटी बनाई, लेकिन कमेटी की रिपोर्ट आज तक सार्वजनिक नहीं हुई।
- 23 अप्रैल को पहलवान फिर जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि जब तक बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं होती, धरना जारी रहेगा।
- 28 अप्रैल को पहलवानों की याचिका की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण पर छेड़छाड़ और पॉक्सो एक्ट में 2 एफआईआर दर्ज की।
- 3 मई की रात को पहलवानों और पुलिसकर्मियों के बीच जंतर-मंतर पर झड़प हो गई। झड़प में पहलवान राकेश यादव व विनेश फोगाट के भाई दुष्यंत और 5 पुलिस वाले घायल हुए।
- 7 मई को जंतर-मंतर पर हरियाणा, यूपी, राजस्थान और पंजाब की खापों की महापंचायत हुई। इसमें बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए केंद्र सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया गया।
- 21 मई को फिर महापंचायत हुई और इंडिया गेट पर कैंडल मार्च और 28 मई को नए संसद भवन पर महिला महापंचायत करने का फैसला लिया गया।
- 26 मई को पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 28 मई को वे धरनास्थल से नए संसद भवन तक पैदल मार्च करेंगे।
- 28 मई को पहलवानों ने नए संसद भवन के सामने महापंचायत के लिए जाने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
- 29 मई को सारा दिन पहलवान घर पर रहे और मेडल गंगा में बहाने व इंडिया गेट पर आमरण अनशन का फैसला किया।
- 30 मई को पहलवान हरिद्वार हर की पौड़ी में मेडल बहाने गए। जहां किसान नेता नरेश टिकैत के मनाने पर सरकार को 5 दिन का अल्टीमेटम देकर उन्होंने फैसला टाल दिया।
- 31 मई को न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से दावा किया कि दिल्ली पुलिस के पास बृजभूषण की गिरफ्तारी लायक सबूत नहीं है। इस पर दिल्ली पुलिस ने ट्वीट करके इसका खंडन किया और कहा- जांच जारी है। बाद में दिल्ली पुलिस ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया।