चूरू : चूरू की माया चाहर की UPSC में 547वीं रैंक:तीसरे अटेम्प्ट में मिली सफलता, 2 महीने पहले EPFO में बनी थीं अकाउंटेंट

चूरू : संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा 2022 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है। सिविल सेवा परीक्षा में राजस्थान के कई स्टूडेंट को सफलता मिली है। इस एग्जाम में चूरू जिले की राजगढ़ तहसील के थिरपाली छोटी गांव की बेटी माया चाहर (30) ने 547वीं रैंक हासिल की है। माया को तीसरे प्रयास में सफलता मिली है। इससे पहले माया ने 2020 और 2021 में भी एग्जाम दिया था। दोनों बार माया केवल प्री परीक्षा पास कर सकी थी।

माया के UPSC में सिलेक्शन होने पर परिवार के लोगों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी जताई।
माया के UPSC में सिलेक्शन होने पर परिवार के लोगों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी जताई।

माया के चाचा जिला परिषद सदस्य सत्यपाल चाहर ने बताया कि उनके पिता रामसिंह चाहर की हमेशा इच्छा रही थी कि उनकी पोती माया कलेक्टर बने। एक महीने पहले ही उनकी मौत हो गई थी। आज माया ने यूपीएससी की परीक्षा पास कर उनके सपने को पूरा कर दिया है। 2 माह पहले ही माया का ईपीएफओ में अकाउंटेंट पद पर चयन हुआ था और हरियाणा के करनाल में उसकी पोस्टिंग है। माया की चाची का भी आरएएस में चयन हुआ था। माया को यूपीएससी एग्जाम की तैयारी के लिए उसकी चाची ने लगातार प्रोत्साहित किया। माया पिछले तीन साल से दिल्ली में तैयारी कर रही थी।

माया की प्राथमिक शिक्षा बिड़ला पिलानी की हेमंत चिल्ड्रन एकेडमी में हुई थी। इसके बाद हायर एजुकेशन और इंजीनियरिंग पिलानी की बीके बीआईटी से की। माया ने इस सफलता को प्राप्त करने के लिए करीब 10 से 12 घंटे रोज पढ़ाई की है। तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी माया है। माया की छोटी बहन सरकारी टीचर है, जबकि इकलौता भाई आरजेएस की तैयारी कर रहा है। माया के पिता महेन्द्र सिंह चाहर पिलानी में अपनी निजी स्कूल चलाते है। चाचा डॉ. सुमेर सिंह चाहर जयपुर में जेके लॉन में पीडियाट्रिशियन है। चाचा सत्यपाल ने बताया कि माया जब भी गांव में आती है तो गांव के बच्चों को पढ़ाई के तरीके बताकर उनको प्रोत्साहित करती है। माया बिना काम के मोबाइल का उपयोग नहीं करती है।

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