अलवर-बानसूर : जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक पुलवामा हमले को लेकर लगातार केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे हैं। रविवार को एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव ‘सैनिकों की लाशों पर लड़ा गया और अगर इस मामले में जांच होती तो तत्कालीन गृह मंत्री को इस्तीफा देना पड़ता। मलिक ने दावा किया कि उन्होंने घटना के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सूचित किया था, लेकिन प्रधानमंत्री ने उन्हें चुप रहने के लिए कहा था।
मलिक ने कहा कि प्रधानमंत्री जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान में अपनी शूटिंग कर रहे थे। जब वह वहां से बाहर आए तो मुझे फोन आया, मैंने उनसे कहा कि हमारे सैनिक मारे गए हैं और वे हमारी गलती से मारे गए हैं, इसलिए उन्होंने मुझे चुप रहने के लिए कहा और इस विषय पर बात नहीं करने को कहा। जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल रहने के दौरान दो फाइल को मंजूरी देने के लिए रिश्वत के रूप में 300 करोड़ रुपये की पेशकश के अपने दावे के संबंध में उन्हें हाल में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की जांच का सामना करना पड़ा है।
उन्होंने उद्योगपति गौतम अदाणी के मुद्दे को लेकर भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि इनके साथ के लोग अदाणी हैं, इन्होंने तीन साल में इतनी दौलत जमा कर ली कि देश के सबसे अमीर व्यक्ति हो गए।
उन्होंने लोगों से सवाल किया कि आप में से किसी की दौलत बढ़ी हो तो मुझे बताइए। मलिक ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि संसद में जब (कांग्रेस नेता) राहुल गांधी ने पूछा कि उन्हें (अडाणी को) मिले ये 20 हजार करोड़ रुपये कहां से आए, तो प्रधानमंत्री जवाब नहीं दे पाये। मलिक ने कहा कि वे अपने मुख्यमंत्रियों के जरिए लूटते हैं और इसे अदाणी को देते हैं तथा वह कारोबार करते हैं…।