जयपुर : यदि आप दर्द दूर करने के लिए पेन रिलीफ दवाएं ले रहे हैं तो अलर्ट हो जाएं। ड्रग विभाग ने जयपुर, पिलानी, चूरू, कोटा में ऐसी दवाओं का जखीरा पकड़ा है जो दर्द खत्म करने के नाम पर बेची जा रही थी, लेकिन हकीकत में उनमें किसी तरह का साॅल्ट ही नहीं था, यानि कि उन दवाओं में महज चॉक पाउडर भरा था। पर्थ डाइक्लोप्लस और पर्थ पेन रिलीफ के नाम से बेची जा रही टेबलेट की जांच के बाद यह खुलासा हुआ है। ड्रग इंस्पेक्टर कोमल ने बताया कि दवाओं की जांच के बाद अब कंपनी और अन्य लोगों पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
अन्य को मुकाबले सस्ते में बिक रही थी
ड्रग विभाग को शिकायत मिली पर्थ डाइक्लोप्लस व पर्थ पेन रिलीफ अन्य दवाओं की तुलना में काफी सस्ते दामों में बाजार में दी जा रही हैं। ड्रग कमिश्नर नकाते शिवप्रसाद के निर्देश पर कंट्रोलर अजय फाटक ने अलग-अलग दवा विक्रेताओंको यहां रेड मारी और सैंपलिंग की। इनकी जब जांच कराई गई तो रिपोर्ट में इनमें दवा घटक शून्य मिला है।
ज्वाइंट पेन, आर्थराइटिस के मरीजों के दी जा रही थी
ये दवाएं करीब सात महीने से बाजार में बेची जा रही थीं। जो भी व्यक्ति इन्हें ले रहा है उसे किसी तरह का आराम नहीं मिलेगा। बल्कि उन्हें बार-बार डॉक्टर्स के चक्कर लगाने पड़ेंगे और दर्द भी सहन करना होगा। विशेषज्ञों के अनुसार ऐसी दवाओं के कारण ज्वाइंट पेन, आर्थराइटिस और बुखार में लोग और डॉक्टर्स यह दवाएं देते रहे हैं, लेकिन हजारों लोगों को सिर्फ इसलिए आराम नहीं मिल सका क्योेंकि दवाओं में कोई घटक था ही नहीं।
पर्थ डाइक्लोप्लस और पर्थ पेन रिलीफ दवाओं को जब्त और सैंपल कार्रवाई की गई। इनमें दवा घटक बिलकुल नहीं मिले। अब आगे की कार्रवाई की जा रही है। पूरे प्रदेश में इन दवाओं की सप्लाई होना सामने आया है और अभी आगे भी कार्रवाई होंगी।
-अजय फाटक, ड्रग कंट्रोलर