जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं : जिले के खुडानिया गांव के रहने वाले 83 वर्षीय भूतपूर्व सैनिक उम्मेद सिंह को जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग के जरिए महज 2 दिन में ही राहत और न्याय मिल गया। एवीवीएनएल द्वारा उनके नलकूप की कृषि विद्युत कनेक्शन की केबल भी बदल दी गई, साथ ही ट्रांसफार्मर भी उनके नलकूप के नजदीक लगा दिया गया। यह सब संभव हुआ जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग की तत्परता से। गौरतलब है कि जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग ने 2 दिन पहले रविवार को भी आयोग कार्यालय खोलकर जिला अभिभाषक संस्था के सदस्य अधिवक्ता अमजद अली के प्रार्थना पत्र और दैनिक समाचार पत्र में प्रकाशित समाचार पर संज्ञान लेते हुए एवीवीएनएल के अधिशाषी अभियंता सुरेंद्र धनखड़ को 2 दिन में तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद एवीवीएनएल हरकत में आया और तुरंत कार्रवाई करते हुए केबल बदली और ट्रांसफार्मर भी कूए के नजदीक लगा दिया। उम्मेद सिंह ने मंगलवार को आयोग कार्यालय में आकर आयोग अध्यक्ष मनोज मील, सदस्या नीतू सैनी, राज्य सरकार, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और एवीवीएनएल के अधिकारियों – कर्मचारियों को धन्यवाद दिया।
फ़्लैश बैक:
उम्मेद सिंह ने 1998 में नर्सरी कृषि कनेक्शन योजना में कनेक्शन लिया था, लेकिन एवीवीएनएल द्वारा ट्रांसफार्मर उम्मेद सिंह के नलकूप के नजदीक नहीं लगाकर काफी दूर लगा दिया गया था। जबकि विद्युत कनेक्शन के लिए ट्रांसफार्मर रखने के लिए पोल खड़े कर ढांचा भी बना रखा था। ऐसे में कृषि कनेक्शन के लिए काफी दूर से ट्रांसफार्मर से नलकूप तक डाली गई केबल कटी-फटी होने से आए दिन कुए की मोटर जल जाती थी। एवीवीएनएल द्वारा उचित स्थान पर ट्रांसफार्मर नहीं रखे जाने की वजह से लगाई गई केबल के ख़राब होने पर केबल को नहीं बदले जाने से परेशान उम्मेद सिंह ने राष्ट्रीय उपभोक्ता आयोग को पत्र लिखा था, जिसके बाद जिला अभिभाषक संस्था के सदस्य अधिवक्ता अमजद अली ने प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत के तहत न्याय दिलवाने का प्रार्थना पत्र जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग में पेश किया था। आयोग अध्यक्ष मनोज मील ने प्रार्थना पत्र पर संज्ञान लेते हुए परिवादी के कृषि विद्युत कनेक्शन से संबंधित चिड़ावा एक्सईएन से तथ्यात्मक रिपोर्ट व बुजुर्ग के प्रकरण के संबंध में लापरवाही व सेवा दोष के लिए जिम्मेदार कर्मचारियों की पद नाम सहित कार्यालय टिप्पणी 2 दिन में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे। गौरतलब है कि रविवार को भी आयोग खुलने और सुनवाई कर निर्देश देने का यह प्रदेश में अपनी तरह का पहला मामला था।
भावुक हुए उम्मेद सिंह :
2 दिन में ही ट्रांसफार्मर लगने और केबल बदले जाने के पर उम्मेद सिंह भावुक हो गए। नम आंखों से उन्होंने अपना सेना मैडल चूमते हुए कहा कि इस प्रकरण से उनका न्यायपालिका में और भी विश्वास बढ़ा है। उन्होंने कहा कि आयोग ने देश की सेवा करने वाले सैनिक को त्वरित न्याय देकर हर एक सैनिक, वीरों और शहीदों को मान सम्मान दिया है।