झुंझुनूं-बुहाना : सड़क हादसे में घायलों के इलाज में लापरवाही बरतने को लेकर सोमवार को ग्रामीणों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप था कि अस्पताल के डॉ. दीपचंद रात को फोन करने पर भी एक घंटे देरी से अस्पताल पहुंचे और घायलों को देखे बिना ही उन्हें हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया।
ऐसे में साेमवार सुबह आक्रोशित ग्रामीण अस्पताल के सामने एकत्रित हो गए। पूर्व उपप्रधान राजपाल सिंह तंवर व बुहाना सरपंच दशरथ सिंह के नेतृत्व में ग्रामीणों ने अस्पताल स्टाफ पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। सूचना मिलने पर बीसीएमओ डॉ. जयवीर सिंह मौके पर पहुंचे तथा मामले की जांच करवा कर लापरवाही बरतने वाले स्टाफ के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन देकर ग्रामीणों को शांत किया। इसके बाद ग्रामीणों ने अस्पताल से लेकर एसडीएम कार्यालय तक रैली निकाली।
एसडीएम कार्यालय में रात्रि के समय ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों पर कार्रवाई करने की मांग का ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर सरपंच दशरथ सिंह, पूर्व उपप्रधान राजपाल सिंह, ओमपाल सिंह, सोनू, निशांत, संजय नाडिया, टिंकू सिंह, कुलदीप कुमार, सुरेंद्र सिंह, संदीप कुमार, राज जांगिड़, पिंकू कुमार, मोहित, मोतीलाल, विकास भालोठिया, अनिल कुमार, रवि सिंह, सचिन सहित अनेक ग्रामीण मौजूद थे।
यह था मामला : बस की टक्कर लगने से हुए थे घायल
ग्रामीणों ने बताया कि बुहाना निवासी सोनू (20) पुत्र लीलू सिंह व मोनू (22) पुत्र सुरेश रविवार शाम को गांव में ही शादी समारोह में गए हुए थे। रात को वापस घर आते समय करीब 11 बजे कलवा मोड़ पर उनकी बाइक को एक निजी बस ने टक्कर मार दी, जिससे वे दोनों घायल हो गए। दोनों घायलों को राहगीर राहुल व कुलदीप ने निजी वाहन से सामुदायिक अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं था। अस्पताल में मौजूद नर्स ने बाहर आकर दोनों का गाड़ी में ही प्राथमिक उपचार किया। करीब एक घंटे बाद ऑन कॉल डॉ. दीपचंद अस्पताल पहुंचे। उन्होंने दोनों घायलों को देखे बिना ही झुंझुनूं रेफर कर दिया।