जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं : प्रदेश में अग्रणी रहने वाले झुंझुनूं जिले ने एक बार फिर अपना परचम फहराया है। इस बार जिला मुख्यालय पर स्थित जिला अस्पताल राजकीय बीडीके अस्पताल ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत मिलने वाला कायाकल्प अवॉर्ड हासिल किया है। पिछले वर्ष की रैकिंग में जिला दूसरे स्थान पर था। इस बार प्रथम स्थान हासिल किया है। प्रथम स्थान मिलने पर बीडीके अस्पताल को पुरस्कार स्वरूप 50 लाख रुपए मिलेंगे। जिला कलक्टर लक्ष्मण सिंह कुड़ी ने इस उपलब्धि के लिए पीएमओ डॉ. कमलेश झाझड़िया को बधाई दी है। गौरतलब है कि जिले को इससे पहले 2017 में भी यह अवॉर्ड मिल चुका है।
यह है कायाकल्प अवॉर्ड़ के पैमाने :
कायाकल्प अवॉर्ड के लिए 8 पैमाने तय किए गए हैं। इन 8 पैमानों में अस्पताल का इंफ्रास्ट्रक्चर, साफ सफाई, बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण, इंफेक्शन कंट्रोल, मरीजों के लिए अन्य सुविधाएं, हाईजीन प्रमोशन जिसमें स्टाफ की ट्रेनिंग भी शामिल है, बियोंड बाऊंड्री यानी स्वच्छता के बारे में शहर को कैसे जागरुक किया और पर्यावरण संरक्षण शामिल हैं। पिछले वर्ष पर्यावरण संरक्षण कैटेगरी में जिले ने पहला स्थान हासिल किया था।
मरीजों से लिया जाता है फीडबैक :
रैकिंग तय करने में पारदर्शिता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अवार्ड के लिए ‘मेरा अस्पताल पोर्टल’ के द्वारा ऑटो जनरेटेड फोन कॉल्स अस्पताल में ईलाज करवा चुके मरीजों के पास आता है, जिनमें उनसे ईलाज, सुविधाएं, चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ के व्यवहार आदि के बारे में फीडबैक लिया जाता है।
इस टीम की बदौलत मिला अवार्ड :
पीएमओ डॉ. कमलेश झाझड़िया ने बताया कि क्वालिटी सेल के जरिए अस्पताल में सेवा गुणवत्ता का ध्यान रखा जाता है, जिसके चलते यह अवार्ड मिला है। क्वालिटी सेल की टीम में डॉ. सपना झाझड़िया, डॉ नावेद, नर्सिंग ऑफिसर सरिता कुलहार, सुनील खरीटा, रामनिवास कुमावत शामिल है। वहीं कायाकल्प कार्यक्रम के प्रभारी डॉ बंशीधर और डॉ संदीप नेमीवाल हैं।