झुंझुनूं-खेतड़ी : खेतड़ी उपखंड के कालोटा गांव में गुरुवार को शहीद राजेंद्र कुमार की प्रतिमा का अनावरण समारोह हुआ। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने शहीद राजेंद्र कुमार की प्रतिमा का विधिवत रूप से अनावरण कर श्रद्धांजलि दी।
झुंझुनूं वीरों की भूमि-डॉ. जितेंद्र सिंह
कार्यक्रम में सीएम सलाहकार डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि झुंझुनू वीरों की भूमि के नाम से जाना जाता है। यहां बचपन से ही युवाओं को देश सेवा की प्रेरणा दी जाती है। देश की सेवा करने को लेकर अपने प्राणों का त्याग करने वाला हमेशा अमर रहता है। शहीद राजेंद्र कुमार ने भी देश सेवा और अपनी मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति देकर गांव का नाम रोशन किया है। इस देश के लिए प्राणों की आहुति देने वाले वीर योद्धा हमारे लिए पूजनीय होते हैं। प्रत्येक व्यक्ति को मांगलिक कार्य में उन्हें याद कर उचित धारणा के लिए प्रेरित करना चाहिए। झुंझुनू जिले के शौर्य की मिट्टी में जोश और साहस का प्रतीक माना जाता है। देश के लिए सबसे अधिक सैनिक देने का गौरव झुंझुनू के जिले के नाम से जाना जाता है।
2004 में सीआरपीएफ में हुई थी पोस्टिंग
प्रधान मनीषा गुर्जर ने कहा कि यहां के युवाओं को बचपन से ही सेना में जाने के लिए तैयार किया जाता है, जो सरहद पर किसी प्रकार की हलचल होने पर बहादुरी का परिचय देते हैं। शहीद राजेंद्र कुमार 15 अक्टूबर 2004 को सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे, जहां जम्मू-कश्मीर में उन्हें पहली पोस्टिंग दी गई। इस दौरान 13 अप्रैल 2007 को आतंकियों से लोहा लेते हुए देश के लिए वीरगति को प्राप्त हो गए थे।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में गोकुल चंद सैनी, सीबीईओ जितेंद्र सुरोलिया, प्रोफेसर देवीप्रसाद वर्मा,सरपंच सुनीता देवी ने शहीद वीरांगना संजू देवी, माता बनारसी देवी, पिता दुलीचंद और बेटे भवानी सिंह का सम्मान किया गया। इस मौके पर श्रवणदत्त नारनौलिया, कुलदीप कुमार, संजय देव गुर्जर, सभाचंद जाखड़, रामअवतार, छोटू राम, विनोद कुमार, जितेंद्र कुमार, रामजीलाल, मोहर सिंह, देवीप्रसाद शर्मा, शीशराम, एसीबीईओ अनिता चौधरी समेत अनेक लोग मौजूद थे।