झुंझुनूं-खेतड़ी : खेतड़ी को जिला बनाने की मांग को लेकर मंगलवार को क्षेत्र के ग्रामीणों ने एसडीएम को ज्ञापन देकर उपखंड कार्यालय के सामने धरना शुरू कर दिया है। इस दौरान ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर खेतड़ी को जिला बनाने की मांग की है। बसपा नेता मनोज घुमरिया की नेतृत्व में एसडीएम जयसिंह को दिए ज्ञापन में बताया कि आजादी के बाद खेतड़ी रियासत के विलय के समय खेतड़ी को भविष्य में जिला बनाने का वादा किया गया था। सबसे पुरानी रियासत होने के बावजूद भी खेतड़ी को जिला बनाने से दूर रखा गया है। खेतड़ी रियासत के अधीन कोटपूतली, नीम का थाना, विराटनगर तक का क्षेत्र आता था, लेकिन कुछ राजनीतिक कारणों से खेतड़ी को झुंझुनू जिले से हटाकर नव घोषित जिले नीमकाथाना में शामिल किया जा रहा है, जो बिल्कुल भी न्याय उचित नहीं है। सरकार की ओर से बनाया गया नीमकाथाना जिला खेतड़ी के अधीन आता था, लेकिन खेतड़ी को जिला नहीं बना कर क्षेत्र के लोगों के साथ विश्वासघात किया गया है। खेतड़ी क्षेत्र जिला बनाने की सारे मापदंड पूरे कर रहा है। इसके बावजूद भी सरकार की ओर से की जा रही अनदेखी से क्षेत्र की जनता में गहरा आक्रोश है। खेतड़ी रियासत के समय सबसे पुरानी नगरपलिका, अजीत विवेक संग्रहालय व एशिया के सबसे बड़े ताम्र प्रोजेक्ट होने के बावजूद भी खेतड़ी को दरकिनार किया जा रहा है। भौगोलिक स्थिति व क्षेत्रफल की दृष्टि से खेतड़ी जिला बनाने की सभी शर्तें पूरी कर रहा है। इस दौरान ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय के सामने टेंट लगाकर धरना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि यदि तीन दिन में सरकार की ओर से खेतड़ी को जिला बनाने को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो क्षेत्र के लोगों की ओर से जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर खेतड़ी को जिला बनाने की मांग की जाएगी। इसके अलावा युवाओं की ओर से खेतड़ी को जिला बनाने को लेकर पोस्टकार्ड अभियान भी चलाया है, जो सरकार के मंत्रियों व उच्च अधिकारियों को प्रेषित किए जा रहे हैं।
इस मौके पर सुरेंद्र सिंह फौजी, दिनेश सोनगरा, धर्मेंद्र सिंह तोमर, पूर्व पालिका अध्यक्ष विजेश शाह, बलवीर मीणा, राजेंद्र सिंह, अभिमन्यु सिंह, जयदीप फागणा, राजपाल ग्रेट, नंदकिशोर, गजेन्द्र जलंद्रा, बलजीत चौधरी, कपिल जांगिड़, हजारीलाल, विष्णु सैनी सहित अनेक लोग मौजूद थे।