झुंझुनूं-उदयपुरवाटी : उदयपुरवाटी उपखंड क्षेत्र की दो दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों के वर्तमान और पूर्व जन प्रतिनिधियों ने आज एसडीएम ऑफिस के बाहर धरना दिया। धरने पर बैठे लोगों ने क्षेत्र को नव गठित नीमकाथाना जिले के बजाए झुंझुनूं जिले में शामिल रखने की मांग की। इस दौरान मुख्यमंत्री के नाम नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया।
दो दर्जन गांवों के जनप्रतिनिधि पहुंचे
उदयपुरवाटी उपखंड क्षेत्र को नीमकाथाना जिले में शामिल करने की चर्चा के बाद मंगलवार को इंद्रपुरा से बड़ागांव तक के करीब दो दर्जन ग्राम पंचायतों के वर्तमान और पूर्व जन प्रतिनिधि उपखंड ऑफिस पहुंचे। जनप्रतिनिधि संघर्ष समिति गुढ़ागौड़जी के बैनर तले दिए गए इस धरने को पूर्व प्रधान विद्याधर ओलखा, पूर्व उप जिला प्रमुख विद्याधर सिंह गिल, डॉ. हरिसिंह गोदारा, हांसलसर सरपंच रामनिवास शर्मा, सुनील चौधरी ने संबोधित किया।
‘झुंझुनूं जिले से अलग नहीं होंगे’
उन्होंने कहा कि झुंझुनूं जिला हमारी शान है, हम किसी भी स्थिति में झुंझुनूं से अलग नहीं होंगे। शहीदों और भामाशाहों के जिले को छोड़कर नए जिले में शामिल नहीं होना चाहते। संघर्ष समिति के लोगों ने कहा कि उदयपुरवाटी उपखंड क्षेत्र के पहाड़ी इलाके की जिन ग्राम पंचायतों के लोग नीमकाथाना में शामिल होना चाहते हैं उनको शामिल कर सकते हैं। लेकिन जिन ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों को परेशानी है उनको किसी भी स्थिति में नीमकाथाना में शामिल नहीं होने देंगे।
जिला मुख्यालय से बढ़ जाएगी दूरी
बड़ागांव, हासलसर, बजावा, शीथल जैसी ग्राम पंचायतों से फिलहाल जिला मुख्यालय की दूरी महज 15 से 25 किमी है। जो नीमकाथाना में शामिल होने पर 70 से 85 किमी तक हो जाएगी। जन प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के नाम नायब तहसीलदार बृजेंद्र सिंह को ज्ञापन सौंपा।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर रघुनाथपुरा सरपंच संजय रेपस्वाल, बामलास सरपंच जयपाल सिंह, धमोरा पूर्व सरपंच रमेश सर्राफ, बंशीधर जाखड़, रामावतार, विजयपाल भाटीवाड़, लीलाधर चौहान हासलसर, डॉ. नरेंद्र सिंह गिल, अनिल गिल, हरफूल सिंह महला, पूर्व सरपंच महेंद्र सिंह मैनपुरा, सरपंच रविराज सिंह केड, ख्यालीराम गिल, सुनील महला हासलसर, अमित ढेवा पोसाना, अनिल छऊ, रामनाथ भौड़की, कमलेश धाबाई, सुभाष कुमावत, देवाराम गोदारा सींगनोर, मोहरसिंह, बुधराम सामोता, रणवीर सिंह बड़ागांव, प्रताप सिंह, भवानी सिंह मौजूद थे।