झुंझुनूं-खेतड़ी : प्रदेश में आरटीए बिल को लेकर डॉक्टरों की चल रही हड़ताल के बाद अब मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर्स ने भी कार्य बहिष्कार कर दिया है। मंगलवार को कर्मचारियों ने बीसीएमओ को ज्ञापन देकर कार्य बहिष्कार को लेकर अवगत करवाया है।
उचित मानदेय देने की मांग
बीसीएमओ डॉ. हरीश यादव को कर्मचारी की ओर से दिए गए ज्ञापन में बताया कि वह अपनी तीन सूत्री मांगों को लेकर पिछले काफी समय से सरकार के समक्ष अपनी मांग उठा चुके हैं। इसके बावजूद भी उनकी मांगों को लेकर सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया, जिससे मजबूर होकर उन्होंने कार्य बहिष्कार कर आंदोलन की राह अपनानी पड़ रही है।
खेतड़ी ब्लॉक अध्यक्ष सतीश कुमार ने बताया कि कि वह पिछले 10 साल से मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना में संविदा पर कार्य कर रहे है। इस दौरान उन्होंने सरकार से मानदेय नहीं बढ़ाए जाने पर उचित मानदेय देने की मांग की थी, लेकिन इसके बावजूद भी सरकार ने 10 साल बीत जाने के बाद भी उनके मानदेय में कोई बढ़ोतरी नहीं की। मानदेय में बढ़ोतरी नहीं होने से अल्प मानदेय में काम करने को मजबूर हो रहे हैं, जिससे उनके परिवार का पालन पोषण करना भी दूभर हो रहा है। इसके अलावा पदनाम परिवर्तन व स्थाई नियुक्ति को लेकर भी सरकार से कई बार वार्ता कर चुके हैं, लेकिन कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर सरकार के गंभीर नहीं होने से अब कर्मचारियों को आंदोलन की राह अपनानी पड़ रही है।
31 मार्च से जयपुर में देंगे अनिश्चितकाल धरना
कर्मचारियों ने बताया कि तीन दिवस के कार्य बहिष्कार के दौरान यदि सरकार ने उनकी मांगों पर विचार नहीं किया तो 31 मार्च से प्रदेश के सभी निशुल्क दवा योजना में कार्यरत कर्मचारी जयपुर के शहीद स्मारक पर अनिश्चितकाल के लिए धरना प्रदर्शन करेंगे। कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के कारण सरकारी अस्पतालों में दवा योजना का कार्य भी प्रभावित हो रहा है।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर रुद्र नारायण शर्मा, जितेंद्र सिंह, नितिन कुमार, सुनील कुमार, प्रदीप कुमार, मदनलाल, नरेंद्र खटाना, राम सिंह यादव, नरेश कुमार, सत्यवीर गुर्जर, अशोक कुमार, जयप्रकाश सैनी, रचना पारीक सहित अनेक कर्मचारी मौजूद थे।