झुंझुनूं : वे माटी का फर्ज निभाते हुए अमर हो गए, ये अफसर…नाम को तरसा रहे

झुंझुनूं : देश की रक्षा के लिए वे सेना में शामिल हुए। अपनी जवानी सरहद की रक्षा में लगा दी। जब जान देने का वक्त आया तो मां भारती के लाडलों ने न अपने बच्चों की तरफ देखा और न ही पत्नी व बूढ़े माता-पिता की तरफ। अपनी माटी का फर्ज निभाते हुए वे अमर हो गए। लेकिन सरकारी अधिकारी ऐसे शहीदों के परिजन को चक्कर कटवाने को मजबूर कर रहे हैं। वे शहीदों के नाम पर सरकारी स्कूलों व अस्पतालों का नामकरण नहीं कर रहे। पूरे राजस्थान में ऐसे 28 मामले तीन साल से अटके हुए हैं। कहीं फाइल कलक्टर के कमरे धूल फांक रही है तो कहीं मामले को शिक्षा विभाग ने अटका रखा है। सर्वाधिक मामले झुंझुनूं, अलवर, भरतपुर, सीकर व नागौर के लम्बित हैं।

केस एकझुंझुनूं जिले के सिंघाना के निकट घरडाना खुर्द निवासी स्क्वार्डन लीडर कुलदीप सिंह 8 दिसम्बर 2021 को सीडीएस बिपिन रावत के साथ हादसे में शहीद हो गए। लेकिन उनके नाम से न तो स्कूल का नामकरण किया गया, न ही अस्पताल का। फाइल जिला कलक्टर के कक्ष में पड़ी है।

केस दोदौसा जिले की बसवा तहसील के राइफलमैन राजेन्द्र प्रसाद मीणा 13 नवम्बर 2021 को देश के लिए शहीद हो गए। उनके नाम से स्कूल का नामकरण करने की फाइल अभी शिक्षा विभाग में अटकी हुई है।

केस तीनभरतपुर जिले के रायपुर (वैर) गांव निवासी नायब सूबेदार राजेन्द्र सिंह गुर्जर तीस नवम्बर2020 को ड्यूटी के दौरान जम्मू कश्मीर में शहीद हो गए। उनके नाम से सरकारी भवन के नामकरण की फाइल जिला कलक्टर के पास विचाराधीन है।

इनकी फाइल अटकी

  • शहीद जिला
  • छत्रपाल सिंह झुंझुनूं
  • विक्रम सिंह झुंझुनूं
  • कुलदीप सिंह झुंझुनूं
  • अजय कुमार झुंझुनूं
  • राजेन्द्र प्रसाद झुंझुनूं
  • सत्यपाल झुंझुनूं
  • रोहिताश यादव अलवर
  • अजीत सिंह अलवर
  • कालू सिंह अलवरशहीद जिला
  • दयाराम गुर्जर अलवर
  • प्रदीप कुमार अलवर
  • राकेश कुमार भरतपुर
  • राजेन्द्र गुर्जर भरतपुर
  • देवेन्द्रसिंह भरतपुर
  • कैलाश गुर्जर करौली
  • शिव नारायण मीणा करौली
  • वीरेन्द्र सिंह करौली
  • हेमेन्द्र गोदारा नागौर
  • रामेश्वर लाल नागौर
  • मनोहर सिंह नागौर
  • बजरंग लाल नागौर
  • दीपचंद वर्मा सीकर
  • भगवानाराम सीकर
  • प्रभूसिंह सीकर
  • रामपाल गुर्जर सीकर
  • दाताराम जयपुर
  • संकल्प यादव जयपुर
  • राजेन्द्र मीणा दौसा

इनका कहना है : जिला कलक्टर व राजस्व विभाग की शिथिलता के कारण शहीदों के नाम से सरकारी भवनों का नामकरण नहीं हो पा रहा। जल्द ही नामकरण करवाया जाएगा।

राजेंद्र सिंह गुढ़ा, सैनिक कल्याण राज्य मंत्री, राजस्थान सरकार

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