जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं : जिले में पैड पीरियड लीव की मुहिम की शुरूआत जिला पर्यावरण सुधार समिति ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर की है। पैड पीरियड लीव मिशन की फाउंडर व उड़ीसा निवासी रंजीता प्रियदर्शनी बुधवार को झुंझुनूं पहुंची। जिनके निवेदन पर जिला पर्यावरण सुधार समिति ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर इसकी घोषणा की। पर्यावरण सुधार समिति के सचिव राजेश अग्रवाल ने बताया कि संस्था अध्यक्ष एजाज नबी, उपाध्यक्ष एडवोकेट अंजू शर्मा, कार्याकारिणी सदस्य सुलताना बानो आदि ने रंजीता का स्वागत किया और उनके साथ विचारों व इस मिशन को साझा किया। इसके बाद संस्था ने तय किया है कि संस्था में कार्यरत महिला स्टाफ को एक माह में एक दिन का संवैतिक अवकाश दिया जाएगा। संस्था कोषाध्यक्ष अभिषेक मोरारका ने बताया कि रंजीता ने संस्था ही महिला स्टाफ के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की और बताया कि फिलहाल सिर्फ बिहार ऐसा राज्य है।
जहां पर सरकारी महिला कर्मचारियों को एक दिन की पैड पीरियड लीव मिलती है। लेकिन वहां पर भी प्राइवेट और अर्द्ध सरकारी संस्थाओं के जरिए और संस्थाओं में कार्यरत महिला कर्मचारियों को एक दिन की पैड पीरियड लीव देने की मांग लगातार की जा रही है। वहीं वे पूरे देश में मिलकर ना केवल सरकारों से, बल्कि राजनैतिक पार्टियों से निवेदन कर रही है कि कम से कम एक दिन की पैड पीरियड लीव सभी महिला कर्मचारियों को मिलनी चाहिए।
इस मौके पर राजेश अग्रवाल ने बताया कि देश में संचालित शक्ति सदन, महिला सुरक्षा सलाह केंद्र, चाइल्ड हेल्प लाइन व एफएम रेडिया में कार्यरत महिलाओं को पैड पीरियड लीव देने वाली जिल पर्यावरण सुधार समिति पहली संस्था बन गई है। साथ ही संस्था ने संकल्प लिया है कि इस कार्य के लिए और संस्थाओं को जागरूक करने के लिए भी पूरे राजस्थान में अभियान छेड़ा जाएगा। आपको बता दें कि पैड पीरियड लीव के तहत महिला कर्मचारियों को मानदेय के साथ एक दिन का अवकाश, अन्य मासिक व उत्सवी अवकाश के अतिरिक्त किया जाएगा।