जयपुर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के संविदाकर्मियों को बड़ा तोहफा दिया है। सीएम ने होली से पहले सभी कार्मिकों का मानदेय बढ़ाकर 16 हजार 900 रूपए कर दिया गया है।
इसके अतिरिक्त, प्रस्ताव में शिक्षाकर्मी, पैराटीचर्स, ग्राम पंचायत सहायक एवं मदरसा पैराटीचर्स का पदनाम संशोधित कर क्रमशः सहायक शिक्षक, कनिष्ठ शिक्षक, पंचायत शिक्षक एवं शिक्षा अनुदेशक कर दिया गया है।
2/2— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) March 5, 2023
सरकार ने अपने आदेश में कहा कि राजस्थान कांट्रेक्चुअल हायरिंग टू सिविल पोस्ट रूल्स-2022 के तहत ग्राम पंचायत सहायकों, शिक्षाकर्मियों, पैराटीचर्स और मदरसा पैराटीचर्स के मासिक मानदेय बढ़ाकर 16 हजार 900 रुपए कर दिया गया है। इस बढ़ोतरी का लाभ बीएड, बीएसटीसी और डीएलएड की शैक्षणिक योग्यता रखने वाले संविदाकर्मियों को देय होगा।
प्रस्ताव के अनुसार राजस्थान कॉन्ट्रेक्चुअल हायरिंग टू सिविल पोस्ट रूल्स-2022 के तहत ग्राम पंचायत सहायकों, शिक्षाकर्मियों, पैराटीचर्स व मदरसा पैराटीचर्स के मासिक मानदेय को बढ़ाकर 16900 रुपए कर दिया गया है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) March 5, 2023
पदनाम किया गया संशोधित
प्रस्ताव में शिक्षाकर्मी, पैराटीचर्स, ग्राम पंचायत सहायक एवं मदरसा पैराटीचर्स का पदनाम संशोधित कर क्रमशः सहायक शिक्षक, कनिष्ठ शिक्षक, पंचायत शिक्षक एवं शिक्षा अनुदेशक कर दिया गया है। इसके अलावा इन सभी पदों पर कार्यरत संविदाकर्मियों को 9 वर्ष एवं 18 वर्ष की संविदा सेवा अवधि पूरी करने पर मासिक मानदेय बढ़ाकर क्रमशः 29600 एवं 51600 रुपए कर दिया गया है एवं पदनाम में क्रमशः ग्रेड-2 व ग्रेड-1 जोड़ने का प्रावधान भी किया गया है।