जयपुर : राजस्थान की राजधानी जयपुर में रविवार को जाट महाकुंभ का आयोजन किया गया। इस महाकुंभ में जाट समाज के बड़े नेता शामिल हुए। आयोजन में जाट समाज के नेता सीएम बनाने की मांग उठी। जाट समाज के अध्यक्ष राजाराम मील ने सरकारें समाज को कम आंकने लगी थीं। इसलिए उन्हें ये ताकत दिखाई है।
राजाराम बोले- सरकारें जाटों को कमतर आंकनें लग गईं
राजस्थान में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है। चुनाव से पहले जातीय जनगणना और ओबीसी आरक्षण को 27 फीसदी की मांग अब सियासी मुद्दा बन गया है। राजाराम मील ने महाकुंभ में कहा कि सरकारें जाटाें की ताकत को कमतर आंकने लग गईं इसलिए ताकत और एकजुटता दिखाने के लिए हमने महाकुंभ का आयोजन करवाया।
एक जमाना था कि केंद्र और राज्य में जाट समाज के बड़े-बड़े ताकतवर मंत्री हुआ करते थे। आज हालत यह है कि केंद्र में केवल 2 राज्य मंत्री हैं।
यह सदी किसान कौम की है, हम सब लोग मिलकर, मजबूत ताकत बनकर कौम की प्रतिष्ठा और सम्मान को आगे बढ़ाएंगे।
आज जयपुर में आयोजित जाट महाकुंभ में सम्मिलित होने का गौरव प्राप्त हुआ। pic.twitter.com/ur3cI84Whk
— Satish Poonia (@DrSatishPoonia) March 5, 2023
चौधरी के कारण बाड़मेर में बाजरा अनुसंधान केंद्र
महाकुंभ में गुढामालानी हेमाराम चौधरी ने कहा कि समाज के लोग सब पार्टियों में हैं अभी केंद्र में कैलाश चौधरी कृषि राज्यमंत्री हैं, पूरे देश में केवल एक बाजरा अनुसंधान केंद्र है जो बाड़मेर के गुढामालानी में है। वे इस पद पर हैं तब तो बाजरा अनुसंधान केंद्र मिल गया कैलाश हमारी पार्टी के नहीं हैं, लेकिन किसानों की अगर कोई भलाई का काम करता है उसकी हमें तारीफ करनी चाहिए।
पूनिया बोले- समय की नजाकत को समझिए
सतीश पूनिया ने कहा- मैं भी चूरू जिले के छोटे से किसान के घर में पैदा हुआ। पिछले 35 वर्षों से राजनीति में हूं। मेरी मां, मेरे परिवार ने मुझे संस्कार दिए। मैं भी स्वतंत्रता सेनानी परिवार से हूं, मैंने वह सब देखा है जो एक गरीब व्यक्ति देखता है। दुख देखा, अपमान देखा, तिरस्कार देखा, विरोध देखा, संघर्ष देखा।
सतीश पूनिया ने कहा कि जो जाट गांव में सामाजिक सद्भाव के लिए जाना जाता था, वही हमारा चरित्र और हमारी ताकत भी है। इसलिए छत्तीस कौम जो पंचायती राज चुनावाें में आपके पीछे खड़ी होती थी, उसमें फूट पैदा करने की कोशिश हुई है। समय की इस नजाकत को समझिएए बुद्धि कौशल का इस्तेमाल करिए।
डूडी बोले- जाट का बेटा मुख्यमंत्री बनना चाहिए
— Rameshwar Dudi (@RameshwarDudi) March 6, 2023
महाकुंभ में कांग्रेस नेता रामेश्वर डूडी ने जाट सीएम की मांग उठाई। रामेश्वर डूडी ने कहा- अभी नबंर वन सीट की बात हो रही थी। नंबर वन की सीट कौनसी है? नंबर वन की सीट मुख्यमंत्री की है। राजनीति के लोगों को यह बोलते हुए डर भी लगता है। रामेश्वर डूडी को डर नहीं लगता। आज मैं मांग करता हूं कि राजस्थान का आने वाला मुख्यमंत्री किसान का बेटा, जाट का बेटा होना चाहिए।
जाटों ने दिखाई सामाजिक एकता
जाट महाकुंभ को सामाजिक एकता दिखाने का मंच भी माना जा रहा है। बीजेपी, कांग्रेस सहित सभी पार्टियों से जुड़े जाट नेता पहुंचे। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, सीएम वसुंधरा राजे के पुत्र और सांसद दुष्यंत सिंह, केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती के साथ ही राजस्थान सरकार के सभी जाट मंत्री और कांग्रेस बीजेपी के जाट विधायक भी इस सम्मेलन में पहुंचे हैं। मंत्री हेमाराम चौधरी, विश्वेंद्र सिंह, बृजेंद्र सिंह ओला, रामलाल जाट, लालचंद कटारिया भी मौजूद रहे।