झुंझुनूं-खेतड़ी : हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के खेतड़ी कॉपर कॉम्प्लेक्स में आईंआईएम खेतड़ी नगर चेप्टर का शुक्रवार को दो दिवसीय 43 वां वार्षिक अधिवेशन का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चेयरमैन सह प्रबंध निदेशक अरुण कुमार शुक्ला, विशिष्ट अतिथि निदेशक खदान संजीव कुमार सिंह थे जबकि अध्यक्षता कार्यकारी निदेशक श्री कुमार ने की। कार्यक्रम के दौरान सर्वप्रथम चेप्टर महा सचिव सुमन कुमार, चेप्टर उपाध्यक्ष सुरेश कुमार पुरोहित व अतिथियों ने कॉपर क्लब में आयोजित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेटल्स के खेतड़ी नगर चेप्टर का दो दिवसीय वार्षिक अधिवेशन का विधिवत रूप से दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। एचसीएल के चेयरमैन सह प्रबंध निदेशक अरुण कुमार शुक्ला ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले दो तीन वर्षों में एचसीएल ने अलग तरीकों से काम कर दिखाया है कि सही समय में सफलता प्राप्त करने से प्रोडक्शन को भी बढ़ावा मिलता है। माइनिंग और ऑपरेशन को बेहतर बनाने के लिए कार्य किया जा रहा है।
आने वाले वर्ष 2028.29 में 12 मिलियन टन का लक्ष्य रखा गया है, उसे हर संभव प्रयास कर हासिल किया जाएगा। खेतड़ी में पेयजल की समस्या सबसे बड़ी चुनौती थी जिसमें टीम वर्क के द्वारा लगातार सुधार किया गया है। अब कर्मचारियों के प्रयास से दो दिन में पेयजल की सप्लाई करने के प्रयास किए जा रहे हैं। कंपनी की ओर से मैनपावर को लेकर भी महत्वपूर्ण निर्णय किए गए हैं वही आगे भी पदों को बढ़ाने को लेकर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। तांबा उत्पादन में वार्षिक लक्ष्य से खेतड़ी कॉपर कॉम्प्लेक्स ने 80 प्रतिशत कोलिहान ने 70 फ़ीसदी लक्ष्य हासिल किया है। आने वाले समय में लक्ष्य को बढ़ाकर और अधिक नई उपलब्धियां हासिल की जाएगी। हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड को तकनीकी सुझाव प्रदान करने में आईआईटी खड़गपुर, एमएनआईटी जयपुर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इससे जटिल समस्याओं को हल करने में मदद मिलती है। कंपनी के लिए उसके कर्मचारी महत्वपूर्ण अंग होते है उसी की मेहनत से कंपनी अपने लक्ष्य की ओर बढ़ती है। मेवाड़ की धरती महाराणा प्रताप की धरती है, जो शौर्य के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है।
चेयरमैन ने बताया कि अलौह खनिज उद्योगों में सतत विकास के लिए व्यापक अन्वेषण और नवाचारों के माध्यम से क्षमता विस्तार विषय को लेकर दो दिवसीय सेमिनार/ वेबीनार का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत आगामी वर्षों में नई चुनौतियों के साथ बड़े लक्ष्य हासिल कर एक बार पुनः अलोह धातुओं के उत्पादन बढ़ाने को लेकर भारत को विश्व स्तरीय पहचान दिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया जाएगा। वार्षिक अधिवेशन में स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। वहीं शनिवार को भी महत्वपूर्ण वेबीनार का आयोजन कर कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
इस मौके पर डॉ आनंद कुमार, डॉ रेखा चौहान, संजय सिंह, अभय कुमार मलिक, गोपाल राठी, संजू सी सैम, शोभा नायर, डॉ दीपिका खुराना, खेतान इंफ्राप्रोजेक्ट के राम मदन यादव, अभिषेक पारीक, खेतड़ी कॉपर श्रमिक फ्रंट के राजकुमार बाडेटिया, हसरत हुसैन, ओमप्रकाश धायल, डॉ सतवीर चौधरी, खेतड़ी कॉपर मजदूर संघ के श्याम लाल सैनी, रामलाल, खेतड़ी तांबा श्रमिक संघ के बिरदु राम सैनी, विनय त्यागी, बाबूलाल, कोलीहन खदान के खदान प्रबंधक यूबी भट्ट, दिनेश ग्रोवर, एस गुहा, एम चटर्जी, विपिन शर्मा, अमानतुल्लाह खान, लोकेश राजपुरोहित, गौरव मित्तल, विश्वास गिरी, अमित कुमार, जगमोहन बानरा, राजवीर, दीपक करारिया, केआर बैरवा, विनोद पूनिया सहित आईआईएम सदस्य व अनेक कर्मचारी मौजूद रहे।
तांबा है मानव जीवन के लिए बेहद उपयोगी
नेशनल सेमिनार की खास बात यह रही कि अधिकारियों ने जहां उत्पादन क्षमता को बढ़ावा देने के बड़े लक्ष्य रखे तो वही मानव जीवन में तांबे की उपयोगिता के बारे में विस्तार से बताया निदेशक खदान संजीव कुमार सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि मानव जीवन में तांबा बहुत उपयोगी धातु है जीवन से मरण मनुष्य तांबे का उपयोग करता है ऐसे में यह प्रोजेक्ट पूरे देश के लिए वरदान साबित हो रहा है इसको पुनर्जीवित कर नए लक्ष्य के साथ कर्मचारियों की सहभागिता के साथ आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।
माइनिंग समस्याओं के निदान के लिए भारत के बड़े इंस्टिट्यूट से ली जाती है राय
नेशनल सेमिनार के पहले दिन अपने संबोधन में अरुण कुमार शुक्ला हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के सीएमडी ने कहा कि आधुनिक युग में माइनिंग में कई नई तरीके की समस्याएं व चुनौतियां सामने आती है जिसके निदान के लिए नियमित रूप से देश के बड़े इंस्टिट्यूट जैसे आईआईटी खड़गपुर, एमएनआईटी जयपुर आईटी धनबाद के विशेषज्ञों की राय ली जाती है उन के माध्यम से नई चुनौतियां, नए लक्ष्यों को निर्धारित कर बड़े आयाम स्थापित करने के लिए हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड को प्रगति व उन्नति की ओर अग्रसर किया जा रहा है।