राजस्थान के डीजी उमेश मिश्रा ने कहा है कि आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस को संगठित होकर सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है। हार्डकोर अपराधियों के बारे में सभी आवश्यक सूचनाओं को पड़ोसी राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ साझा कर संगठित अपराधों पर अंकुश लगाया जा सकता है।
दरअसल, मंगलवार डीजी मिश्रा पुलिस मुख्यालय में 5 राज्यों के अतिरिक्त महानिदेशक स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। इस बैठक में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, गुजरात और राजस्थान के पुलिस अधिकारी शामिल हुए।
डीजी मिश्रा ने गैंगस्टर और हार्डकोर क्रिमिनल के विरुद्ध सख्त रुख अपनाते हुए गैंगस्टर की गिरफ्तारी के लिए पड़ोसी राज्यों के बीच परस्पर समन्वय होने की आवश्यकता बताई। उन्होंने संगठित अपराधियों के क्रिमिनल डेटा, इंटेलिजेंस साझा करने और असामाजिक तत्वों को सोशल मीडिया पर फॉलो व उनकी सहायता करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही।
बैठक में डीजी मिश्रा ने जेलों में बंद अपराधियों द्वारा मोबाइल का उपयोग कर आपराधिक घटनाएं कराने वाले बदमाशों की कड़ी निगरानी करने की भी बात कही। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हथियार और मादक पदार्थों की तस्करी की घटनाओं पर भी रोक लगाने पर जोर दिया। उन्होंने बाल सुधार गृह में भिजवाये गए बाल अपचारियों के आचरण पर नजर रखकर उनमे वांछनीय सुधार हेतु व्यापक प्रयास का भी आग्रह किया।
डीजी मिश्रा ने बैठक में बताया कि मेवात इलाके में गत दिनों 60 हजार सिम ब्लॉक की गई है। उन्होंने कहा कि हार्डकोर अपराधियों के विरुद्ध प्रोफेशनल अप्रोच अपनाई जाए। अंतरराज्यीय गैंग्स और अपराधियों के विरुद्ध संयुक्त कार्रवाई करने के लिए राज्य साथ आएं।
इस बैठक में पांच राज्यों के अतिरिक्त महानिदेशक स्तर के अधिकारी शामिल हुए हैं। जानकारी के अनुसार राजस्थान, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के पुलिस अधिकारी बैठक में शामिल होने पुलिस मुख्यालय पहुंचे हैं। इनमें एडीजी अशोक राठौड़, पुलिस आयुक्त आनन्द श्रीवास्तव, एडीजी दिनेश एमएन, हवासिंह घुमरिया व एस सेंगत्थिर, आईजी ओमप्रकाश, नवज्योति गोगोई व सत्येंद्र सिंह, डीआइजी राहुल प्रकाश व अतिरिक्त सीपी कैलाश बिश्नोई बैठक में शामिल हुए हैं।