झुंझुनूं : नाबार्ड के नाॅन वाटरशैड प्रोजेक्ट के तहत डालमिया संस्थान ने किया ग्राम मालूपुरा मे कुण्ड निमार्ण कार्य का उद्घाटन

जनमानस शेखावाटी संवाददाता नीलेश मुदगल

झुंझुनूं : नाबार्ड के नाॅन वाटरशैड प्रोजेक्ट के तहत डालमिया संस्थान ने किया ग्राम मालूपुरा मे कुण्ड निमार्ण कार्य का उद्घाटन। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक, रामकृष्ण जयदयाल डालमिया सेवा संस्थान एवं मालूपुरा जलग्रहण समिति के संयुक्त तत्वाधान में गांव मालूपुरा अन्तर्गत नाॅन वाटरशैड प्रोजेक्ट का शुभारम्भ किया गया। कायर्क्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि राजेश मीना जिला विकास प्रबंधक, नाबार्ड, द्वारा मालूपुरा के बारसीलाल मेघवाल और दीपचन्द मेघवाल के घर वषार्जल संग्रहण कुण्ड की नींव रखकर किया गया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि संस्थान के परियोजना प्रबंधक भूपेन्द्र पालीवाल, संस्थान के जल एंव ग्रामीण विकास समन्वयक संजय शर्मा, कृषि एंव वानिकी समन्वयक शुबेन्द्र भट्ट एंव मालूपुरा जलग्रहण समिति के अध्यक्ष ताराचन्द जांगिड़, कोषाध्यक्ष शेरसिंह एंव सभी सदस्य मौजूद रहे।

जिला विकास प्रबंधक, नाबार्ड द्वारा उपस्थित सभी को नाॅन वाटरशैड प्रोजक्ट के तहत होने वाले कार्यों साथ ही प्रोजेक्ट के तहत होने वाली सभी गतिविधियाँ जैसे वषार्जल संग्रहण कुण्ड, वर्मी कम्पोस्ट, बागवानी, ड्रीप, कुण्ड बागवानी आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।

कायर्क्रम में गरीब परिवारों को कुण्ड बागवानी के लिए मौसमी सब्जियों के बीज वितरण भी किये गये साथ ही संस्थान के परियोजना प्रबंधक भूपेन्द्र पालीवाल ने किसानों को मौसमी सब्जियों के महत्व को बताते हुए सभी को क्यारियां बनाकर तैयार रखने के लिए निदेर्शित किया ताकि समय-समय मौसमी सब्जियों के उत्तम गुणवत्ता के बीज उपलब्ध करवा सके ताकि एक आम परिवार की पोषण संबधी सभी तत्वों की कमी को पूर्ण किया जा सके इसके साथ ही उन्होनें बताया कि प्रत्येक कुण्ड बागवानी वाले परिवारों को उपयुक्त ऋतु के प्रारम्भ होते ही 5-5 फलदार पौधे वितरित किये जाएगे। संस्थान के जल एंव ग्रामीण विकास समन्वयक संजय शर्मा ने सभी को संस्थान के वषार्जल संग्रहण, स्वच्छता, कृषि एंव पयार्वरण संरक्षण पर किये जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

संस्थान के कृषि एंव वानिकी समन्वयक शुबेन्द्र भट्ट द्वारा इस प्रोजेक्ट के तहत होने वाले आगामी कार्यों में अजोला उगाने की विधी, फायदे तथा हरे चारे की अनुपलब्धता होने पर अजोला द्वारा चारे की पूर्ती की महत्वतता, साथ ही वर्मी कम्पोस्ट के फायदे एंव बनाने की विधी की जानकारी प्रदान की गयी। इस अवसर पर संस्थान के क्षेत्रिय पयर्वेक्षक अनिल शर्मा, नरेश आलड़िया सहित ग्रामीणजन उपस्थित रहे।

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