झुंझुनूं-खेतड़ी : ऐतिहासिक खेतड़ी कस्बे का ऐतिहासिक 130 वर्ष पुराना तीजो वाला बांध पिछले काफी वर्षों से अतिक्रमण की भेंट चढ़ा हुआ है, जिसको लेकर जिला परिषद सदस्य उमेद सिंह निर्वाण ने कई बार जिला परिषद की बैठक में अतिक्रमण हटाने की मांग की थी, जिस पर कलेक्टर द्वारा गठित टीम ने गुरुवार को बांध की सीमा ज्ञान करने के लिए पहुंचे।
जिला परिषद सदस्य उमेद सिंह ने बताया कि खेतड़ी कस्बे में बना तीजों वाला बांध राजा अजीत सिंह ने 1894 में बनवाया था, जो आमजन के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध करवाता रहा है, लेकिन जैसे-जैसे खेतड़ी क्षेत्र का पानी का जल स्तर कम होने लगा और बांधों में पानी की आवक बंद होने के साथ ही अतिक्रमण की भेंट चढ़ने लगे। उन्होंने बताया कि बांध पर लगातार हुए अतिक्रमण से बांध अब कुछ दूरी में ही सिकुड़ कर रहे गया है, जिसको लेकर उन्होंने जिला कलेक्टर के समक्ष बांध पर हुए अतिक्रमण को हटाने व खाली कराने की मांग की थी।
कलेक्टर के निर्देश पर मौके पर पहुंची पालिका व रेवेन्यू विभाग की टीम ने मौका निरीक्षण व सीमा ज्ञान की कार्रवाई शुरू की तो सामने आया कि बांध का अधिकांश हिस्सा अतिक्रमण की चपेट में आ चुका है। पटवारी सुमेर सिंह ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर राजा अजीत सिंह की ओर से बनाए गए बांध का सीमा ज्ञान करवाया जा रहा है जल्दी इसकी रिपोर्ट बनाकर कलेक्टर के समक्ष पेश की जाएगी।
उन्होंने बताया कि राजस्व रिकॉर्ड में तीजो वाला बांध 37 बीघा में फैला हुआ है, जिसका सीमा ज्ञान कर नगरपलिका को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। उसके बाद संयुक्त रूप से जिला कलेक्टर के समक्ष पूरा विवरण प्रस्तुत किया जाएगा। कलेक्टर के निर्देशानुसार आगामी कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर जिला परिषद सदस्य उमेद सिंह, गिरवर सिंह, पटवारी सुमेर सिंह, पालिका जेईएन नगेंद्र कुमार, एसआई सुनील सैनी, अमित पटवारी बीलवा सहित अन्य कर्मचारी व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।