झुंझुनूं-खेतड़ी : वेतन विसंगति व पूर्व में हुए समझौते लागू कराने की मांग को लेकर जेल कर्मचारियों की ओर से किया जा रहा अन्न त्याग आंदोलन चौथे दिन भी जारी रहा। आंदोलन के तहत अनशन पर बैठे कर्मचारियों में एक महिला जेल कर्मचारी की सोमवार को तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया। महिला कर्मचारी का खेतड़ी के राजकीय अजीत अस्पताल में उपचार चल रहा है। जानकारी के अनुसार अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के आह्वान पर तीन दिन पहले जेल के कर्मचारियों ने वेतन विसंगति के संबंध में पूर्व में हुए समझौते की पालना नहीं होने को लेकर नारेबाजी कर विरोध जताया था तथा अन्न त्याग आंदोलन शुरू किया था।
इस दौरान कर्मचारियों की ओर से लगातार अन्न त्याग आंदोलन किया जा रहा है। इसी दौरान महिला जेल प्रहरी सुलोचना भी अपने साथी कर्मचारियों के साथ अनशन पर थी। सोमवार को अपने साथी कर्मचारियों के साथ अनशन पर बैठी हुई थी। इस दौरान अचानक उसकी तबियत खराब हो गई तथा वह बेहोश हो गई। बेहोशी की हालत में महिला प्रहरी सुलोचना को खेतड़ी के राजकीय अजीत अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसका उपचार किया गया।
फिजिशियन डॉ. अनिल जांगिड़ ने बताया कि महिला कर्मचारी सुलोचना को अस्पताल लेकर आए हैं। उनका भूखे रहने के कारण शुगर लेवल कम हो गया है। उनका हेल्थ चैकअप कर वार्ड में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए भोजन करने की सलाह दी गई है। वेतन विसंगति समझौते की पालना को लेकर विरोध कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि राज्य सरकार व विभाग के अधिकारियों के बीच वेतन समझौते संबंधी मामले में 2017 में समझौता हुआ था, लेकिन समझौता होने के बाद भी सरकार द्वारा आज तक उसे लागू नहीं किया गया।
कर्मचारियों द्वारा सरकार को बार-बार ज्ञापन व व्यक्तिगत रूप से मिलकर भी अवगत करवाया गया था। खेतड़ी जेल में आंदोलन के तहत मैस का संचालन नहीं किया गया तथा कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर अनशन पर बैठे हुए है। इस मौके पर नर्सिंग अधीक्षक सत्यवीर सिंह, अजय सुरोलिया, सचिन यादव, योगेश सैनी, शीशराम गुर्जर, जयप्रकाश यादव आदि मौजूद थे।