झुंझुनूं : मनरेगा में काम करने वाले सभी मजदूरों की ऑनलाइन हाजिरी लगेगी। केंद्र सरकार ने हाजिरी सिस्टम को डिजिटल करने का निर्णय लिया है। 1 जनवरी से यह सिस्टम लागू हो जाएगा। मनरेगा के तहत नियोजित श्रमिकों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज होगी। पहले प्रदेश में 20 से अधिक कार्यस्थलों के लिए ऐप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज होती थी। लेकिन केंद्र सरकार ने अब सभी कार्यस्थलों के अनिवार्य कर दिया है।
सरकार के इस फैसले से इस योजना में और अधिक पारदर्शिता आएगी। इससे न केवल फर्जी उपस्थिति की शिकायतें दूर होंगी बल्कि काम के घंटे का सही आकलन भी हो सकेगा। रोजाना श्रमिकों को मिलने वाले काम का सही आंकड़ा भी मिल सकेगा। बायोमीट्रिक उपस्थिति से फर्जी श्रमिक बाहर होंगे और पात्र व्यक्ति सरकार की कल्याणकारी योजना से लाभांवित हो सकेंगे।
मिल रही थी शिकायत
पिछले काफी समय मनरेगा मजदूरों की हाजिरी को लेकर लगातार शिकायतें सामने आ रही थी, कभी पैसे कम मिलने तो कभी काम किए बिना ही खाते में पैसे आ जाते थे। अब सभी कार्यस्थलों पर ऑनलाइन हाजिरी सिस्टम होने से भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी।
राज्य में 20 श्रमिकों वाले कार्यस्थल पर एक मेट भेजा जाता है, जहां मोबाइल से डिजिटल हाजिरी की जाती है। ऐसे में छोटे ग्रुप में श्रमिकों की डिजिटल हाजिरी करने में परेशानी आएगी।
इसके अलावा श्रमिकों व कर्मचारियों का प्रशिक्षण समेत तैयारियों में भी समय लगेगा। राज्य में 16 मई, 2022 से 20 से अधिक श्रमिकों के कार्यस्थलों के लिए ऐप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करना अनिवार्य कर दिया था, अब केंद्र सरकार ने सभी कार्यस्थलों के लिए यह अनिवार्य कर दिया है।