खेतड़ी : खेतड़ी न्यायालय परिसर में गुरुवार को न्यायिक कर्मचारियों ने नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने मृतक न्यायिक कर्मचारी को न्याय नहीं मिलने तक कार्य बहिष्कार करने की चेतावनी भी दी है। विरोध कर रहे कर्मचारियों ने छह सूत्री मांगों को लेकर सरकार से प्रभावी कदम उठाने की मांग की है।
प्रदर्शनकारी न्यायिक कर्मचारियों ने बताया कि जयपुर न्यायालय में स्थित न्यायिक कर्मचारी की हत्या के विरोध में कर्मचारी पिछले दो दिन से कार्य बहिष्कार कर विरोध कर रहे हैं। 10 नवंबर 2022 को एनडीपीएस अधिकारी के जयपुर आवास पर सुभाष मेहरा न्यायिक कर्मचारी मृत अवस्था में मिला था। कर्मचारी को प्रताड़ित कर आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया है। कर्मचारी की मौत होने के बाद भी मामले को सरकार द्वारा मामले को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है तथा मामले की जांच भी प्रभावी तरीके से नहीं होने के कारण पीड़ित के परिवार को न्याय नहीं मिल पा रहा है।
इस दौरान विरोध कर रहे न्यायिक कर्मचारियों ने मृतक सुभाष मेहरा की निर्मम हत्या की एफ आई आर दर्ज करने, मृतक की हत्या की सीबीआई जांच करवाने, जज को एपीओ कर उसके विरूद्ध विभागीय जांच करवाने, मृतक सुभाष मेहरा के फोन की सिम को जब्त करने, राजस्थान के समस्त अधीनस्थ न्यायालयों में अधिकारियों के घर बस्ता ले जाने व लाने की प्रथा को बंद करने, पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा तथा परिवार के एक सदस्य को राज्य सेवा में नौकरी देने की मांग की।
न्यायिक कर्मचारियों ने कहा कि सरकार को मामले में दखल देकर उसके निष्पक्ष जांच करवाई जानी चाहिए और जो दोषी हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। विरोध कर रहे न्यायिक कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि मामले में निष्पक्ष जांच व जल्द ही कोई निर्णय नहीं लिया गया तो कर्मचारियों की ओर से आंदोलन किया जाएगा।
इस मौके पर सुभाष लखेरा, शिव बिहारी, मनोहर लाल, सुरेश वर्मा, मनोज शर्मा, विकास पारीक, सोहनलाल, लल्लूराम, रामगोपाल, लक्ष्मीनारायण, विमला देवी, धमन लाल, रणवीर सिंह, विनोद कुमार, राजमोहन, महेश शर्मा, अभिषेक, अमर सिंह, मुरारी गुप्ता, मूलचंद, रोहतास आदि मौजूद थे।