सिंघाना : सिंघाना क्षेत्र के सबसे बड़े राजकीय अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने से मौसमी बीमारियों से परेशान ग्रामीणों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है। राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक भी स्थाई डॉक्टर नहीं होने से कार्य व्यवस्था मे खेतड़ी बीसीएमओ ऑफिस से लगाए गए डॉक्टर से काम चलाना पड़ रहा है। डॉ. महेन्द्र सैनी ने बताया कि अस्पताल में कार्यरत चिकित्सक डॉ. धर्मेंद्र सैनी का कोटपूतली तबादला हो जाने व अस्पताल में कार्यरत अन्य दो चिकित्सकों का पीजी में सिलेक्शन हो जाने के कारण डॉक्टर यहां से चले गए। जिसके बाद यहां कोई भी डॉक्टर को पदस्थापित नहीं किया गया। डॉक्टर के पदस्थापन नहीं होने से यहां के लोगों के सामने एक बड़ी स्थिति उत्पन्न हो गई। जिसके बाद सीएमएचओ डॉ राजकुमार डांगी ने उन्हें कार्यवस्था में सिंघाना लगाया है, जो निरंतर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
हर दिन करीब 450 लोगों की ओपीडी
उन्होंने बताया कि सर्दी के मौसम में मौसमी बीमारियां होने के वजह से प्रतिदिन 450 मरीजों की ओपीडी हो रही है, वही बीस के करीब मरीजों को भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। अस्पताल में प्रतिदिन डेढ़ सौ के करीब लोगों की जांच कर आवश्यक उपचार दिया जाता है। डॉ. सैनी ने बताया कि इस समय खांसी, जुखाम, बुखार, डेंगू के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन अस्पताल में डॉक्टर की कमी के चलते पूरा उपचार नहीं मिल पा रहा है।
क्षेत्रीय विधायकों से भी गुहार
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से कोटपूतली ट्रांसफर किए गए धर्मेंद्र सैनी को वापस सिंघाना लगाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। जल्द ही उनके ज्वाइन कर लेने के बाद यहां के लोगों को काफी राहत मिल पाएगी। अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने से अस्पताल की पूरी व्यवस्था ही चौपट हो गई है। डॉक्टर की कमी को लेकर ग्रामीणों की ओर से सीएमएचओ झुंझुनू को पहले भी पत्र एवं व्यक्तिगत रूप से सूचना अवगत करवाया जा चुका है। इसके अलावा क्षेत्रीय विधायक से भी अस्पताल में डॉक्टर लगाने को लेकर गुहार लगा चुके हैं।