उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में महिला दरोगा 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है। दरअसल, महिला दरोगा दहेज उत्पीड़न में दर्ज एक FIR में वह फाइनल रिपोर्ट लगाने की धमकी दे रही थी। पीड़िता पर दरोगा ने 20 हजार रुपए देने का दबाव बनाया था। महिला 10 हजार रुपए देने के लिए तैयार भी हो गई थी। लेकिन एंटी करप्शन टीम ने महिला दरोगा को कैश लेते रंगे हाथों दबोच लिया।
क्या बोली महिला दरोगा ?
दरअसल, वाराणसी के लक्सा इलाके में रहने वाले राजीव शर्मा की बेटी श्रेया शर्मा ने अपने ससुरालीजनों के खिलाफ दहेज एक्ट का केस दर्ज कराया था। इसकी जांच लंका थाने में तैनात महिला रिपोर्टिंग चौकी इंचार्ज अनुभा तिवारी कर रही हैं। केस में अब तक अनुभा ने वादी और गवाहों के बयान दर्ज किए। विपक्ष के लोगों के बयान भी लिए हैं। आरोप है कि केस की विवेचना पूरी होने के बाद दरोगा ने श्रेया शर्मा से उसके पक्ष में रिपोर्ट लगाने के लिए 20 हजार रुपए मांगे। श्रेया ने रुपए देने से मना कर दिया। तब अनुभा तिवारी उन्हें धमकाने लगीं।
श्रेया ने क्या कहा ?
अनुभा धमकी दे रही थीं कि अगर पैसा नहीं दिया तो तुम्हारे केस में फाइनल रिपोर्ट लगा देंगे। इसका मतलब कि ससुराल के लोगों को क्लीन चिट दे दी जाती। पिता राजीव शर्मा ने भी दरोगा से मुलाकात की, लेकिन वह जिद पर अड़ी रहीं। फिर 10 हजार रुपए देने की डील फाइनल हो गई। महिला दरोगा के लगातार रिश्वत मांगने से परेशान राजीव शर्मा एंटी करप्शन आफिस पहुंचे और पूरा मामला बताया जिसके बाद महिला दोरगा को रंगे हाथों पकड़ा गया।